मशहूर प्लेबैक सिंगर संध्या मुखर्जी की बेटी सौमी सेनगुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार के अधिकारी ने फोन कर उन्हें सम्मान मिलने की जानकारी दी। हालांकि संध्या ने मुखर्जी ने इसे अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि 90 साल की उम्र के बाद उनके जैसी दिग्गज को पद्मश्री देना बेहद अपमानजनक बात है। यानि उम्र के इस पड़ाव में आने के बाद पद्म पुरस्कार दिए जाने को लेकर संध्या मुखर्जी ने अपनी नाराजगी जाहिर की है।
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बुद्धदेव ने भी किया इनकार
पद्म भूषण सम्मान पाने वालों में एक नाम बुद्धदेव भट्टाचार्य का भी है, जिन्होंने पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य का कहना है कि इस बारे में उन्हें बताया ही नहीं गया था। बता दें कि उन्हें सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया था। वह 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे।
बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा, ‘मुझे पद्म भूषण पुरस्कार के बारे में कुछ नहीं पता. मुझे इस बारे में किसी ने भी कुछ नहीं कहा है. अगर मुझे पद्म भूषण दिया गया है, तो मैं इसे स्वीकार करने से इनकार करता हूं।’
इन हस्तियों ने भी पुरस्कार लेने से किया था इनकार
आपातकाल के दौरान जेल में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र कपूर ने 2016 में पद्म सम्मान लेने से इनकार कर दिया था। वहीं गायिका सिस्तला जानकी ने 2013 में मिले पद्मभूषण सम्मान को लेने से इनकार कर दिया था। तमिल लेखक एवं निर्देशक बी. जयमोहन ने भी 2016 में ही पत्रकार वीरेंद्र कपूर के साथ पद्म श्री सम्मान लेने से इनकार कर दिया था।