आतिशी ने क्या कहा था?
दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता आतिशी ने कहा था, ”उन्हें बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें आने वाले दिनों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा।” भाजपा की दिल्ली इकाई ने आप नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी को उनके इस दावे पर कानूनी नोटिस भेजा था। नोटिस में कहा गया था,”आपसे अनुरोध है कि आप उक्त आरोप को तुरंत वापस लें और अपनी माफी को टेलीविजन और सोशल मीडिया पर प्रमुखता से प्रसारित करें, ऐसा नहीं करने पर मेरे मुवक्किल आपके खिलाफ सिविल और आपराधिक कार्यवाही शुरू करने को बाध्य होंगे।”
दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “मंगलवार को आतिशी ने दावा किया कि एक करीबी परिचित के माध्यम से उन पर दबाव डाला जा रहा था। इसके अलावा, उन्होंने खुद, सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक की संभावित गिरफ्तारी का उल्लेख करके गुमराह करने का प्रयास किया।”
सचदेवा ने कहा कि आतिशी का आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने कहा, “आतिशी की ओर से कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई। यदि संपर्क करने वाला व्यक्ति करीबी परिचित था, तो वह कौन था और किसके निर्देश पर बातचीत हुई, इसे भी नहीं बताया गया।” दिल्ली बीजेपी प्रमुख ने आगे कहा कि जब भी आतिशी या उनकी पार्टी को राजनीतिक परिस्थितियों में घेरा गया, उन्होंने कानून तोड़ने या नेताओं की गिरफ्तारी की कहानियां सुनाईं। सचदेवा ने कहा, “यह हाल ही में दो बार किया गया है, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया गया है। आतिशी द्वारा लगाए गए आरोप भाजपा, उसके नेतृत्व और उसके कार्यकर्ताओं की छवि को खराब करते हैं। इसलिए हमने आतिशी को मानहानि का नोटिस दिया है।”