script6 रुपये की चाय, 37 रुपये में नाश्ता, जानें चुनावी खर्च के नियम | Election Commission hikes expenditure limits ahead polls | Patrika News

6 रुपये की चाय, 37 रुपये में नाश्ता, जानें चुनावी खर्च के नियम

Published: Jan 20, 2022 01:48:38 pm

Submitted by:

Mahima Pandey

चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि, ‘विधानसभा चुनावों के लिए, उम्मीदवारों के लिए संशोधित व्यय सीमा 28 लाख रुपये से बड़े राज्यों के लिए 40 लाख रुपये तक तय किए गए हैं।

Election Commission hikes expenditure limits ahead polls

Election Commission hikes expenditure limits ahead polls

चुनाव आयोग ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के लिए खर्च की सीमा 70 लाख से बढ़ाकर 95 लाख रुपये और विधानसभा चुनावों के लिए 40 लाख रुपये कर दिए हैं। ये निर्णय पोल पैनल की सिफारिश के बाद लिया गया है। चुनाव आयोग ने समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है और उम्मीदवारों के लिए मौजूदा चुनाव खर्च की सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। चुनाव आयोग ने लागत से जुड़े सभी तथ्यों और अन्य संबंधित मुद्दों का अध्ययन करने और उपयुक्त सिफारिशें करने के लिए एक समिति का गठन किया था। समिति ने राजनीतिक दलों, मुख्य चुनाव अधिकारियों और चुनाव पर्यवेक्षकों से सुझाव लिए और पाया कि 2014 के बाद से मतदाताओं की संख्या और लागत मुद्रास्फीति सूचकांक में पर्याप्त वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में उम्मीदवार अब सीमित किए गए रुपयों तक खर्च कर सकते हैं।
कितनी बढ़ाई गई खर्च सीमा?

चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि, ‘विधानसभा चुनावों के लिए, उम्मीदवारों के लिए संशोधित व्यय सीमा 28 लाख रुपये से बड़े राज्यों के लिए 40 लाख रुपये तक तय किए गए हैं। छोटे राज्यों के लिए ये सीमा 20 लाख रुपये से बढ़ाकर28 लाख रुपये और बड़े राज्यों के लिए 28 से 40 लाख कर दिया गया है। हैं। नई व्यय सीमा आगामी सभी चुनावों में लागू होगी।’

चाय-नाश्ते से लेकर कोल्डड्रिंक तक के लिए खर्च सीमा तय

नए चार्ट के मुताबिक एक उम्मीदवार के लिए चार पूरी सब्जी और एक मिठाई के लिए 37 रुपये प्रति प्लेट है। एक समोसा और एक कप चाय 6-6 रुपये खर्च कर सकता है। छोटी सभा के लिए 16 रुपये प्रति मीटर की फूलों की माला खरीदने की अनुमति है। इसके अलावा एक उम्मीदवार तीन ढोल वालों को प्रतिदिन 1,575 रुपये दिहाड़ी देकर बुला सकते हैं।

-होटल में रुकने के लिए कमरे का किराया 1100 से 1800 रुपये।
-जेनरेटर का खर्च 506 रुपये प्रतिदिन, बाल्टी 4 रुपये प्रति नग, ट्यूबलाइट 60 रुपये, खाना 120 रुपये प्रति व्यक्ति है
-कोल्डड्रिंक 90 रुपये प्रति दो लीटर होगा।
यह भी पढ़े – चुनावी गानों की मची धूम, भाजपा-सपा के गाने सुनकर चौंकेंगे

 

वाहनों के लिए खर्च सीमा

बता दें कि जिन वाहनों का प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता इस्तेमाल करते हैं वो भी चुनाव खर्च में ही गिना जाता है।

-BMW और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारों का किराया 21,000 रुपये प्रति दिन होगा।
-SUV मित्सुबिशी पजेरो स्पोर्ट के लिए अधिकतम 12,600 रुपये प्रति दिन किराया होगा।
-चुनाव प्रचार में इस्तेमाल होने वाले लाउडस्पीकर का किराया 1900 रुपये प्रति दिन है।

चुनावी खर्च की सीमा बढ़ाने का क्या कारण है?

चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए मौजूद खर्च सीमा बढ़ाने के पीछे मतदाताओं की संख्या में हुई बढ़तोरी का हवाला दिया है। मतदाताओं की संख्या 2014-2021 तक में 834 मिलियन से बढ़कर 936 मिलियन (12.23% तक) हो गई है।

चुनावी खर्च की सीमा को बढ़ाना मतलब मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए बड़े पैमाने पर खर्च को वैध बनाना है।

यह भी पढ़े – सोच-समझकर ही तय हों चुनाव कार्यक्रम
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो