पुलिस ने छापेमारी के दौरान अल्ट्रासाउंड जांच मशीन, कनेक्टर, एक LOGIQ-e मेक अल्ट्रासाउंड मशीन, एक लैमिनेटेड LOGIQ बुक, XP अल्ट्रासाउंड मशीन इसके साथ ही अल्ट्रासाउंड के लिए यूज होने वाला अल्ट्रासाउंड ट्रांसमिशन जेल व 18 हजार 2 सौ रुपए नगद और एक मोबाइल जब्त किया है।
रंगेहाथ पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने बताया कि उन्हें "भ्रूण लिंग" परीक्षण के बारे में सुचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आरोपी "भ्रूण लिंग" परीक्षण करते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया है। वहीं घर की पहली मंजिल पर 11 गर्भवती महिलाएं भी मौजूद थी। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि एक आशा कार्यकर्ता है जिसका नाम रीना प्रधान है उसे भी गिरफ्तार किया गया है, वो अपने गांव से दो गर्भवती महिलाओं को परीक्षण के लिए लाई थी। इसके लिए उसे कमीशन मिलता था।
कमीशन के लिए भेजते थे परीक्षण कराने
एसपी सरवण विवेक एम ने बताया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच चल रही है। इसके साथ ही हम यह भी पता चला है कि कई लैब और निजी क्लीनिकों में कार्यरत अन्य लोग भी "भ्रूण लिंग" परीक्षण के लिए भेजते थे, जिसके लिए उन्हें कमीशन दिया जाता था।