इन दिनों पूरे देश में भीषण हीट वेव देखी जा रही है। नतीजा ये है कि इस भीषण गर्मी के कारण देश के सभी बड़े बांधों का जल स्तर तेजी से गिर रहा है। इससे सबसे अधिक प्रभावित पश्चिमी क्षेत्र के बांध हैं। पश्चिमी क्षेत्र में तीन और पूर्वी क्षेत्र में बांधों में जल स्तर में दो प्रतिशत की कमी आई है।
देश में भीषण गर्मी के बीच बड़े बांधों का जल लगातार कम हो रहा है। केंद्रीय जल आयोग की इसी सप्ताह जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल की अपेक्षा देश के 140 में से 60 बड़े बांधों का पानी घटा (water level down news) है। सबसे अधिक 10 राज्य प्रभावित हुए हैं। इनके बड़े बांधों से पानी का भंडार लगातार कम हुआ है। ज्यादा चिंताजनक स्थिति पश्चिमी क्षेत्र की है, जहां गुजरात और महाराष्ट्र में पिछले साल की अपेक्षा तीन प्रतिशत जल स्तर घट (2 to 3% water level down) गया। उत्तरी क्षेत्र में शामिल राजस्थान में भी पानी के दोहन और भीषण गर्मी के कारण बड़े बांधों का जल स्तर कम हुआ है।
राजस्थान के पांच बड़े बांधों में से तीन का जलस्तर घटा राजस्थान के पांच बड़े बांधों में से तीन बांध बीसलपुर, जवाई और राणा प्रताप सागर का पानी कम हो रहा है। मध्यप्रदेश में छह और छत्तीसगढ़ में भी दो बड़े बांधों का जल घट गया। राहत की बात यह है कि देश के बड़े बांधों में कुल जल स्तर पिछले साल की अपेक्षा बढ़ा है। वर्तमान में इन बांधों में कुल जल स्तर 56.877 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है, जो पिछले साल 53.543 बीसीएम पानी था। नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं कि जलस्तर में किस तरह से कमी आई है।
पश्चिम व पूर्वी क्षेत्र अधिक प्रभावित देश के पश्चिम क्षेत्र के बड़े बांधों में 3% व पूर्वी क्षेत्र में 2% जल स्तर घटा है। पश्चिम क्षेत्र में गुजरात व महाराष्ट्र शामिल हैं, जिनमें कुल 46 बड़े बांध हैं। देश के एक तिहाई बड़े बांध इन दोनों राज्यों में हैं। महाराष्ट्र के 12 व गुजरात के 10 बड़े बांधों में जल स्तर घटा है। पूर्वी क्षेत्र में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नगालैंड व बिहार हैं। इनके 21 में से 10 बांधों में पानी कम हुआ है। जिन बांधों में पानी कम हुआ है, उनका विवरण नीचे टेबल में दिए गए हैं।
5 राज्यों में 38% जलाशय सूखे क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया एवं राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के जलाशयों की रिपोर्ट के अनुसार गंगा क्षेत्र में बसे बंगाल, यूपी, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड में करीब 38% जलाशय सूख गए। इनमें उत्तराखंड में 84%, यूपी में 41%, बिहार में 35%, बंगाल में 17% व झारखंड में 16% जलाशय शामिल हैं।