केस में पहली सजा
दरअसल, दिल्ली के गोकलपुरी के भागीरथी विहार में 70 साल की महिला मनोरी का घर है, जिसमें लूटपाट कर आगजनी की गई थी। यह पहला मामला है, जब उत्तरी पूर्वी दिल्ली में हुए भीषण दंगों में किसी को सज़ा सुनाई गई है। गवाहों ने आरोपी दिनेश यादव को मनोरी का घर जलाते हुए नहीं देखा था। हालांकि, कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर कोई शख्स गैरकानूनी भीड़ का हिस्सा है तो भी हिंसा के लिए उतना ही जिम्मेदार है। इस मामले में आज सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दिनेश यादव को 5 साल की सजा का आदेश किया है।
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कब हुई थी घटना
आपको बता दें कि 25 दिसंबर, 2020 को मनोरी नाम की महिला के घर में लूटपाट के बाद आग के हवाले कर दिया गया था। दंगाई महिला के मवेशी भी चोरी कर ले गए थे। 70 वर्षीय महिला छत से कूदी और एक हिन्दू परिवार के घर में छिपकर जान बचाई थी। उसके बाद उनके परिवार को पुलिस किसी तरह बचाकर ले गई। यह घटना तब घटी जब उसका पूरा परिवार 2 हफ्ते दिल्ली से बाहर गया हुआ था।