इस बात की चर्चा है कि केन्द्र सरकार नंदन नीलेकणी के अनुभव को ई-बैंकिंग से जुड़ी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कर सकती है। नोटबंदी के बाद ई-बैंकिंग और ई-वॉलेट जैसी सेवाओं में जबरदस्त उछाल आया है।
सूत्र बताते हैं कि केन्द्र सरकार नंदन नीलेकणी को बतौर नीति आयोग में डिजिटल सलाहकार बना सकती है।