रुमदामोल-दावोरलिम गांव की पंचायत ने एक लिखित जवाब में शिव समाज संघ को शिवाजी की जयंती के मौके पर बैनर लगाने की अनुमति देने से मना कर दिया है। पंचायत ने इस सिलसिले में एक आधिकारिक प्रस्ताव का हवाला दिया जिसमें पंचायत क्षेत्र के अंदर किसी भी राजा-महाराजा का बैनर लगाने पर रोक लगाई गई है।
शिव समाज के सदस्य महादेव विरदीकर ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, ”हम पंचायत के फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। यह हास्यास्पद है कि शिवाजी के प्रशंसक उनकी जयंती पर उनका बैनर नहीं लगा सकते। पश्चिमी भारतीय राज्यों में 18 फरवरी को शिव जयंती मनाई जानी है।
पंचायत ने शिव समाज को भेजे अपने 15 फरवरी के पत्र में कहा है, ”अपने 13 फरवरी के पत्र का संदर्भ लें। आपको यह सूचित करना है कि इस पंचायत ने प्रस्ताव के अनुरूप रुमदामोल-दावोरलिम क्षेत्र में किसी भी राजा-महाराजा का बैनर लगाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं करने का फैसला किया है।
पणजी से 45 किलोमीटर दूर स्थित रुमदामोल-दावोरलिम के पंचायत सचिव कस्टोडिओ फारिया ने बताया कि राजा-महाराजा के बैनर-पोस्टर पर रोक लगाने का प्रस्ताव पंचायत ने बीते साल पारित किया था। यह फैसला पिछले साल गांव में टीपू सुल्तान का बैनर लगाए जाने के बाद पैदा हुई कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर लिया गया।
फारिया ने कहा, ”जहां तक पंचायत का सवाल है, तो हम बीते साल 18 नवंबर को पारित प्रस्ताव के अनुरूप कदम उठा रहे हैं जिसमें राजाओं-महाराजाओं के पोस्टर-बैनर पर रोक लगाने का प्रावधान है।