आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) के सचिव मनोज जोशी ने उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है, जिसमें स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही राज्यों से अनुरोध किया है कि तीर्थस्थलों तक पहुंचने वाली सड़कों पर पुरुषों व महिलाओं के लिए पर्याप्त संख्या में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था कराएं। सभी शौचालय को हर समय स्वच्छ और यूज करने के योग्य रखा जाए।
पंजीकरण के समय ही प्लास्टिक के यूज पर लगे रोक
एडवाइजरी में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) की ओर से सुझाव दिया गया है कि केदारनाथ और अमरनाथ यात्रियों के लिए बेस कैंप स्तर पर पंजीकरण के समय ही प्लास्टिक और सिंगल यूज प्लास्टिक को रोका जाना चाहिए। वहीं कूड़ेदानों को सड़क के किनारे रखा जाए, जिसें नियमित रूप से समय-समय पर खाली किया जाए।
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स्थानीय स्तर पर ब्रांड एंबेसडर बनाने की सलाह
स्वच्छ तीर्थ के लिए जारी एडवाइजरी में स्थानीय स्तर पर स्वच्छता के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाने की सलाह दी गई है, जो आने-जाने वाले यात्रियों से स्वच्छता रखने के लिए संदेश दे।
तैयारियों का जायजा लेने के लिए नियुक्त की गई टीम
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हमारे द्वारा उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा में तैयारियों का जायजा लेने के लिए टीम की नियुक्ति की गई है। यह टीम वहां जाकर स्वच्छता बनाए रखने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लेगी, इसके साथ ही स्वच्छता के लिए अपने सुझाव भी देगी।
तीर्थ सेवा के बिना तीर्थ यात्रा अधूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा था कि मैंने यह है कि केदारनाथ में कुछ तीर्थयात्रियों गंदगी फैला रहे हैं , जिससे कुछ श्रद्धालु बहुत दुखी भी हैं। सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने इस बारे में अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा हम पवित्र यात्रा पर जाए और वहां पर गंदगी के ढेर हो ये ठीक बात नहीं है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा हमारे यहां जैसे तीर्थ यात्रा का महत्व है, वैसे ही तीर्थ सेवा का भी महत्व बताया गया है। मैं तो यह भी कहूंगा तीर्थ सेवा के बिना तीर्थ यात्रा भी अधूरी है।
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