श्री अकाल तख्त साहिब ने बुलाई थी बैठक-
दरअसल वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के चलते पंजाब के पैदा हुए मौजूदा हालातों पर चर्चा के लिए श्री अकाल तख्त साहिब ने महत्वपूर्ण बैठक सोमवार 27 मार्च को बुलाई थी। बैठक में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि विभिन्न जत्थेबंदियों के प्रतिनिधियों के सुझावों को मुख्य रख सरकार को कहा जाता है कि अमृतपाल के मामले में जितने भी युवक गिरफ्तार किए गए है उनको 24 घंटों के भीतर रिहा किया जाए।
तीन घंटे चली बैठक, जुटे थे 60 से अधिक संगठन के प्रतिनिधि-
अमृतपाल सिंह के मसले पर बुलाई गई अकाल तख्त की बैठक करीब तीन घंटे तक चली। इस बैठक में 60 से अधिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे जिसके बाद सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया गया है। अगर पकड़े गए सिख युवाओं को रिहा ना किया गया तो बड़ा एक्शन एलान कर दिया जाएगा।
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बैठक में शामिल नहीं था कोई भी राजनीतिक दल-
बता दें कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से बुलाई गई इस बैठक में इस बार किसी भी राजनीतिक पार्टी को नहीं बुलाया गया है। सिर्फ बुद्धिजीवी और सिख धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों को ही इसमें शामिल होने का न्योता दिया गया था। बैठक में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब में जिस तरह बड़े स्तर पर पुलिस की कार्रवाई हुई और सिख युवाओं को पकड़ा गया, यह चिंता का विषय है।
अमृतपाल को सरेंडर करने की भी कही बात-
बैठक में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल सिंह को सरेंडर करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि अगर अमृतपाल ने कोई अपराध ही नहीं किया तो फिर उसे पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर देना चाहिए। साथ ही सरकार को भी पकड़े युवाओं को टार्चर करने की जगह उनके प्रति हमदर्दी रखनी चाहिए। अकाल तख्त के इस ऐलान के बाद अब देखना है कि सरकार क्या फैसला लेती है?
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