आरएसएस के विश्व संवाद केंद्र की आेर से नारद जयंती पर रविवार को राजधानी के महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में ‘सामाजिक परिवर्तन में मीडिया की भूमिका’। विषय पर संगोष्ठी में सोलंकी ने मीडिया का माइंडसेट बदलने की बात कही।
एेसों को नष्ट किए बिना धर्म स्थापना नहीं सोलंकी ने कहा कि रावण, हरिण्यकश्यप आैर दुर्योधन का माइंडसेट नहीं बदला जा सकता था। दुर्योधन को खुद भगवान ने समझा। सभा में उसके सामने पांडवों को पांच गांव ही देने का प्रस्ताव रखा। धर्म की दुहार्इ दी, लेकिन दुर्योधन ने उसे नकार दिया। कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि एेसे लोगों को नष्ट किए बिना धर्म की स्थापना नहीं हो सकती थी।
चैनल पर निशाना भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि एक चैनल गबन कर रहा है। देशद्रोह पर आमादा है। भारतीयता पर हमला हो रहा है। उस पर कार्रवार्इ को अभिव्यक्ति पर हमला कहा जा रहा है। अगर नारद की जगह शकुनि मानक हो तो पत्रकारिता विद्रुप हो जाएगी। राष्ट्रीय सोच की मीडिया ही भारत को वैश्विक ताकत बना सकती है। संगोष्ठी को आर्इआर्इएम रायपुर के निदेशक प्रो. भारत भास्कर ने भी संबोधित किया।