असम के कई इलाकों में बाढ़ का कहर जारी, ब्रह्मपुत्र, देसांग, धनसिरि, कोपिलि, पुतिमरी, बेकी और कुशियरा नदियां खतरे के निशान से उपर
गुवाहाटी। असम में बाढ़ का कहर जारी है। ब्रह्मपुत्र, देसांग, धनसिरि, कोपिलि, पुतिमरी, बेकी और कुशियरा नदियां अपने पूरे उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण ये नदियां पिछले कई हफ्ते से लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हालांकि, ब्रह्मपुत्र छोड़कर बाकी नदियों में जलस्तर कुछ कम हुआ है। बाढ़ के कारण मरने वालों की तादाद 45 हो गई है। 21 जिलों में 17.68 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। रविवार को एक और किसान के खुदखुशी कर लेने के बाद आत्महत्या कर मरने वालों की कुल तादाद 30 हो गई है।
क्यों आत्महत्या कर रहे हैं किसान?
असम में 1.45 लाख हेक्टेयर जमीन पर लगाई गई फसल बर्बाद हो चुकी है। बारपेटा जिले में अब तक सबसे ज्यादा फसल तबाह हुई है। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का हुआ है। हालत यह है कि 2000 गांव अभी भी पानी के अंदर हैं।
असम के धुब्री जिले में बीएसएफ के कई पोस्ट बाढ़ से तबाह हो गए हैं। पोस्ट तबाह होने के कारण घुसपैठ पर नज़र रखना भी मुश्किल हो गया है। बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ को गश्ती में दिक्कत आ रही है। केवल बोट से ही वे गश्ती कर पा रहे हैं। इस पोस्ट पर तैनात बीएसएफ जवान अमल कुमार ने कहा, ”कैंप में हमारे बिस्तर पानी में डूबे हैं। किसी तरह लकड़ी जला कर हम खाना बना रहे हैं।”