साइबर अपराध पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक गिरोह अश्लील वेबसाइट बनाकर लडकियां उपलब्ध कराने के लिए बुकिंग करते थे। पुलिस को मिली शिकायत के बाद आरोपियों का पता चलने पर स्थानीय ई-7 अरेरा कॉलोनी स्थित एक फ्लैट पर छापा मारकर नौ लोगों को दबोच लिया गया। नौकरी के लिए मेघालय और महाराष्ट्र से बुलाई गई लड़कियों को भी मुक्त कराया गया है।
महीने भर पहले प्रेमिका के साथ भागा था पांच बच्चों का पिता, घर लौटकर दोनों ने कर ली आत्महत्या आरोपियों की पहचान दिनेश मेवाडा, सुरेश गेहलोत, रवि प्रजापति, मनोज गुप्ता, हरजीत धनवानी, कृष्ण कुमार जायसवाल, सुरेश बेलानी, मिसवाउद्दीन और नीरज शाक्य के रूप में हुई है। एक आरोपी सुभाष उर्फ वीर द्विवेदी फरार है।
एक रसगुल्ले के कारण शादी का पंडाल बन गया अखाड़ा, बिना दुल्हन के वापस लौटी बारात भोपाल में कई होटलों में प्रबंधक का काम कर चुका सतना निवासी वीर विभिन्न वेबसाइटों पर ऐसी लडकियों की तलाश करता था, जो नौकरी के लिए अपने बायोडाटा साइटों पर देती थी। इसके बाद वह ऐसी लडकियों को होटल के रिसेप्शन, कॉल सेन्टर या ब्यूटीपार्लर में अच्छी नौकरी का झांसा देकर बुलाता था।
कैफ ने जाधव मामले पर जतार्इ खुशी तो पाकिस्तानी ने कहा-नाम से मोहम्मद हटा लो, फिर ये बोले कैफ इसके बाद लड़कियों के आने पर उन्हें फ्लैट में रखा जाता था। उसके बाद ग्राहकों का कंपनी के रिसेप्शन मैनेजर के नाम से लड़कियों से परिचय कराया जाता और यह आश्वासन दिया जाता था, कि यह मैनेजर उन्हें अच्छी तन्ख्वाह वाली नौकरी दिला देंगे।