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गुजरात दंगों पर बोले अमित शाह, ’60 लोगों को जिंदा जलाया गया उसपर क्यों चुप थीं कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टी?’

Published: Jun 25, 2022 01:50:51 pm

Submitted by:

Mahima Pandey

Amit Shah on Gujarat riot: गुजरात में हुए दंगों पर अमित शाह ने सालों बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बताया कैसे पीएम मोदी पर झूठे आरोप गढ़े गए। ये भी बताया कैसे जब 60 लोगों को जिंदा जलाया गया तब किसी ने भी इसकी भर्त्सना नहीं की।

Amit Shah on Gujarat riot

Amit Shah on Gujarat riot

साल 2002 में हुए गुजरात दंगों पर गृह मंत्री अमित शाह ने कई सालों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का बार बार उल्लेख किया जिसमें पीएम मोदी को क्लीन चिट दी गई है। बता दें कि इसके खिलाफ जाकिया जाफरी ने याचिका भी दायर की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। गुजरात दंगों से जुड़े मामलों उन्होंने बताया कैसे केवल गुजरात की तत्कालीन मोदी सरकार को फँसाने के लिए साजिश रची गई। कैसे जब 60 लोगों को जिंदा जलाया गया तब किसी ने इसपर कुछ नहीं कहा लेकिन जब दंगे हुए तो सभी का ध्यान इसपर गया। अमित शाह ने दंगों से जुड़े अन्य पहलुओं को भी इंटरव्यू में बताया।
किसी ने दुख नहीं व्यक्त किया जब 60 लोग जिंदा जला दिए गए
इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने कहा कि फायरिंग में केवल मुसलमान मारे गए इन आरोपों को भी कोर्ट ने नकार दिया है।

दरअसल, फायरिंग में मुसलमान नहीं मारे गए लेकिन दंगों में तो मारे गए? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा, “जिस तरह से 60 लोगों को जिंदा जला दिया था उसका समाज में आक्रोश था। भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर, जब तक दंगे नहीं हुए तब तक किसी ने इसकी आलोचना भी नहीं की। उस दिन संसद चल रही थी कांग्रेस पार्टी का एक भी बयान सामने नहीं आया था। किसी ने दुख भी व्यक्त नहीं किया। 60 लोगों को जिंदा जलाने की घटना की अप भर्त्सना भी नहीं करोगे? निंदा भी नहीं करोगे? इस तरह की घटिया राजनीति करोगे।”
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पीड़ितों के Affidavit खुद NGO ने साइन किये
अमित शाह ने आगे कहा, “आज सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कह दिया जाकिया जाफरी किसी और के निर्देशन पर काम करती थी। कई सरए पीड़ितों का Affidavit एनजीओ ने साइन कर दिया और पीड़ितों को इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी। सुनियोजित तरीके से कई आरोप गढ़े गए लेकिन क्या हुआ सच्चाई की जीत हुई।”

दंगों पर राजनीति करना हमारा काम नहीं
अमित शाह ने कहा, “दंगे तो यूपी में भी हुए और दिल्ली में भी लेकिन हमने कभी लेवल नहीं लगाया जैसा कि विपक्ष ने हमेशा किया। हम राजनीति के लिए दंगों का इस्तेमाल किया ही नहीं जाना चाहिए।”

अमित शाह ने कहा कि ‘दो तिहाई बहुमत से जीतना, GST लागू करना इतिहास है लेकिन गुजरात दंगों की लंबी लड़ाई जीतना इतिहास नहीं बल्कि संदेश है कि झूठ के खिलाफ लड़ना बहुत आवश्यक है।’

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