गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नशा मुक्त भारत बनाने के लिए ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। दरअसल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 1 जून 2022 से शुरू हुए 75 दिवसीय अभियान के दौरान 75,000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने का लक्ष्य रखा गया था। अब तक लक्ष्य से ज्यादा 5,94,620 किलोग्राम जब्त मादक पदार्थ जिसकी कीमत 8,409 करोड़ रुपए है। इसको अब तक नष्ट कर दिया गया है। इन नष्ट किए गए ड्रग्स में से 3,138 करोड़ रुपए मूल्य के 1,29,363 किलोग्राम ड्रग्स को अकेले एनसीबी ने नष्ट किया है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि, उन्होंने संस्थागत संरचना को मजबूत करने, सभी नारकोटिक्स एजेंसियों के सशक्तिकरण और समन्वय और नशीले पदार्थों पर नकेल कसने के लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान के लिए त्रि.आयामी सूत्र अपनाया है। इनमें नशीले पदार्थों के खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी राज्यों को नियमित रूप से जिला.स्तरीय और राज्य.स्तरीय एनसीओआरडी की बैठक बुलानी चाहिए।
गृह मंत्रालय ने बताया कि, नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में नवीनतम तकनीक का उपयोग आगे का रास्ता होना चाहिए और अफीम की खेती करने वाले क्षेत्रों की पहचान और नियंत्रण के लिए ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सैटेलाइट मैपिंग का उपयोग सावधानी से किया जाना चाहिए। पूरे नेटवर्क पर नकेल कसने के लिए इसके सोर्स से लेकर डेस्टिनेशन तक ड्रग्स के मामलों की गहन जांच की जानी चाहिए।