टीएमसी नेता साकेत गोखले की गिरफ्तारी के दौरान गुजरात पुलिस ने राजस्थान पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। गुजरात की साइबर सेल इकाई के अधिकारियों ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर मीडिया को बताया कि गुजरात पुलिस ने अपने राजस्थानी समकक्षों को बिना जानकारी दिए जयपुर से टीएमसी नेता साकेत गोखले को हिरासत में लिया।
सोमवार रात दिल्ली से जयपुर पहुंचते ही एयरपोर्ट पर साकेत गोखले को गुजरात पुलिस ने हिरासत में लिया था। बाद में अहमदाबाद में पूछताछ के बाद उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। साकेत गोखले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में फर्जी खबर फैलाने का आरोप लगाया गया है। साकेत गोखले ने पीएम मोदी के मोरबी दौरे पर 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाने की बात कही थी।
गोखले की गिरफ्तारी के संबंध में राजस्थान पुलिस के सूत्रों ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी के बारे में सूचित नहीं किया गया था। गुजरात पुलिस के साइबर सेल से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि हमने राजस्थान पुलिस टीम को सूचित नहीं किया। हालांकि सूत्र का कहना है कि हिरासत में लेने के दौरान कानूनी प्रक्रिया का पालन किया था।
गुजरात पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि साकेत गोखले गुजरात राज्य में एक मामले में आरोपी था। गुजरात पुलिस ने राजस्थान जाकर उसे हिरासत में लिया। गोखले को इसके बारे में सूचित नहीं किया गया था या गुजरात आने के लिए नहीं कहा गया। हमने उसे राजस्थान में रोका और वहां से उसे उठा लिया। गोखले की गिरफ्तारी के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बीजेपी पर आरोप लगाए थे।
उल्लेखनीय हो कि साकेत गोखले पर आरोप है कि उन्होंने नवंबर में पीएम मोदी की गुजरात की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपए खर्च करने का झूठा आरोप लगाया। साकेत गोखले ने गुजराती अखबार की क्लिप के जरिए ट्वीट करते हुए लिखा था कि मोरबी हादसे के मृतकों के परिजनों को मिले मुआवजे से छह गुना अधिक मोदी के दौरे पर खर्च किए गए।
यह भी पढ़ें – गुजरातः मोदी की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपए खर्च होने का दावा करने वाले TMC प्रवक्ता साकेत गोखले गिरफ्तार