बिहार के सीतामढ़ी से जनता दल यनाइटेड के सांसद और बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर हंगामा मचना तय है। दरअसल, रविवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए जेडीयू सांसद ने कहा कि अब वह यादवों और मुसलमानों का काम नहीं करेंगे। क्योंकि इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने वोट नहीं दिया है। बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति के बयान के बाद से जहां JDU और BJP ने बचाव किया है तो वहीं, RJD और कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पूछा है कि पीएम नरेंद्र मोदी क्या जात और धर्म देख कर काम करते हैं?
यादव और मुसलमानों का चाय नाश्ता तक स्वागत रविवार को केंद्र में तीसरी बार नरेंद्र मोदी की सरकार बनने और ठाकुर के जीतने पर सीतामढ़ी में उनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के दौरान सभा को संबोधित करते हुए देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि मैंने अपने सार्वजनिक जीवन में व्यक्तिगत रूप से सबसे ज्यादा यादव और मुसलमान समाज का काम किया। लेकिन उन्होंने वोट नहीं दिया। अब उनसे चाय नाश्ते तक का सबंध रहेगा। उनका कोई काम नहीं करेंगे।
ठाकुर ने किस्से का किया जिक्र एक वाकया की चर्चा करते हुए देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा, ” एक मुस्लिम समाज के व्यक्ति कल सुबह में मिलने आए थे। बेचारा का दुर्भाग्य था कि पहली बार मेरे पास आया। कुछ काम कराने आया था। आदमी शरीफ था। मैंने कहा कि आप शायद पहली बार आए हैं तो बोला हां पहली बार ही आए हैं। हमने कहा अभी अभी जो वोट हुआ है उसमें लालटेन को ही वोट दिया होगा। तो कहा कि जी सर लालटेन पर ही दिया। तो हमने कहा कि फिर भी आप हिम्मत करके मेरे पास आए हैं तो घबरा गया। मैंने पूछा- किस विचार से आए हैं। आप पहली बार आए हैं इसलिए आपको कम बोल रहा हूं नहीं तो मैं छोड़ता नहीं हूं किसी को। पहली बार आए हैं इसलिए चाय-मिठाई मंगाता हूं, फिर आपको दुआ सलाम करके खुदा हाफिज कर दूंगा, काम मैं आपका नहीं करूंगा। मेरे लिए आप तीर दबाते तो आपको उस तीर में नरेंद्र मोदी का चेहरा दिखाई देता इसलिए आपने लालटेन दबाया। अगर यह बात है तो मैं आपके चेहरे पर लालटेन और लालू जी का चेहरा क्यों नहीं देखूं। ऐसे में आपका काम नहीं कर सकता।”
PM मोदी ने अनाज और दवाई देते समय जाती और धर्म नहीं देखा देवेश चंद्र ठाकुर यहीं नहीं रुके। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए आगे भी भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि 70 सालों के जीवन में पहली इस तरह का काम किया और आगे भी करते रहेंगे। सभी यादव और मुसलमान मित्रों का स्वागत है। वे आएं चाए पीएं, मिठाई खाएं पर काम के बारे में मत बोलें। उन्होंने कहा कि इतने दिनों के राजनैतिक, सामाजिक जीवन में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत काम इन्हीं दोनों समाज के लोगों का करवाया। लेकिन जब ये लोग सिर्फ इसलिए वोट नहीं देते कि हम बीजेपी से जुड़े हुए हैं तो पीड़ा होती है। पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जब उन्होंने मुफ्त अनाज देने की योजना चलाई तो किसी के लिए फर्क नहीं किया और किसी को भी वंचित नहीं रखा। कोविड में जब दवा दिलवाई तो तो भेदभाव नहीं किया और अरबों लोगों की जान बचाई।
ठाकुर पर बीजेपी के संगत का असर देवेश चंद्र ठाकुर के इस बयान पर सियासत तेज हो गयी है। बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा है कि यह बात उन्होंने व्यथित होकर बोला है। जब कोई जनप्रतिनिधि बन जाता है तो पिछली बातें भूल जाता है। लेकिन देवेश चंद्र ठाकुर ने जो बात कही है वह उनके मन की व्यथा है जो निकल गयी है। आरजेडी प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा है कि देवेश चंद्र ठाकुर का यह बयान ठीक नहीं है। वे सबके सांसद हैं लेकिन भाजपा के संगत का असर पड़ गया है। कांग्रेस नेता शिशिर कौण्डिल्य ने कहा है कि देवेश जी का बयान बेहद चिंताजनक है। देश में बहुत सारे लोग नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं करते और वोट नहीं देते। तो क्या वे जाति और धर्म देख कर काम करेंगे।