आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुआ था ‘एक्सल’
प्राप्त जानकारी के अनुसार सेना के जवानों ने रात के अंधेरे में आतंकियों के ठिकाने को घेर लिया था, लेकिन वह कहां छिपे हैं इसका पता नहीं लग पा रहा था। आतंकियों को पता लगाने के लिए सेना के जवानों ने ‘एक्सल’ को एक घर के अंदर भेजा। जैसे ही ‘एक्सल’ एक कमरे में गया तो बौखलाए आतंकियों ने उस पर फायरिंग कर दी,जिससे वह शहीद हो गया।
सेना ने ‘एक्सल’ के वीरता और बलिदान को किया सलाम
‘एक्सल’ 30 जुलाई 2022 को जम्मू-कश्मीर के बारामूला में शहीद हुआ था, जिसके बाद सेना के जवानों ने ‘एक्सल’ को श्रद्धांजलि दी थी। इसके साथ ही भारतीय सेना ने ट्वीट करते हुए कहा था कि सेना ‘एक्सल’ की वीरता और बलिदान को सलाम है, जिसने आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान अपना जीवन न्यौछावर कर दिया।
107 वीरता पुरस्कार को मंजूरी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 107 वीरता पुरस्कार की मंजूरी दी है, 3 कीर्ति चक्र, 13 शौर्य चक्र, 2 ‘बार टू सेना मेडल’(वीरता), 81 सेना पदक (वीरता), 1 नौ सेना मेडल (वीरता) और 7 वायु सेना मेडल (वीरता) शामिल हैं।