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चीनी धमकी के बाद भारत भी सख्त, कहा-पीछे नहीं हटेंगे, डोकलाम में 100 मीटर की दूरी पर तैनात हैं दोनों देशों की सैन्य टुकडिय़ां

Published: Jul 17, 2017 07:25:00 am

Submitted by:

Abhishek Pareek

चीन के साथ भूटान के क्षेत्र डोकलाम पर चल रहे विवाद में भारत की ओर से स्पष्ट संकेत हैं कि वह पीछे नहीं हट सकता। इस मुद्दे पर भारत का रुख साफ है।

चीन के साथ भूटान के क्षेत्र डोकलाम पर चल रहे विवाद में भारत की ओर से स्पष्ट संकेत हैं कि वह पीछे नहीं हट सकता। इस मुद्दे पर भारत का रुख साफ है। वहां पर किसी भी स्थिति मेंं चीन को सड़क बनाने नहीं दिया जाएगा। वहीं रक्षा सूत्रों के अनुसार दोनों ओर से 60-70 सैनिकों की टुकड़ी मौके पर आमने सामने डटी है। यह टुकडिय़ां करीब 100 मीटर की दूरी पर हैं। दोनों ओर की सेनाएं भी यहां से 10-15 किमी की दूरी पर तैनात हैं।
बता दें कि भूटान की धरती पर यह पहली बार है कि भारत ने इस प्रकार का कड़ा रुख अपनाया है। इससे पहले 1986 में सुंदरम स्थान पर दोनों देशों की सेनाएं सबसे ज्यादा दिनों तक एक दूसरे के सामने जमीं रहीं थी। जानकारी अनुसार 26 जुलाई को भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल चीन की यात्रा पर जा रहे हैं और यहां पर वह अपने समकक्ष से बातचीत कर सकते हैं। हालांकि डोभाल ब्रिक्स देशों के एनएसए की बैठक में हिस्सा लेने जा रहे हैं। यह बैठक बीजिंग में होनी है। उसमें यह तय नहीं है कि ये अलग से मिलेंगे या नहीं।


उधर, चीन का वार्ता न करने का दबाव
बीजिंग। चीन की सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को कहा कि सीमा विवाद का कोई समाधान तब तक संभव नहीं है, जबतक भारत अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाता और बीजिंग की इस मांग को अनसुना करने से हालात और बदतर होंगे। भारत अपने सैनिकों को तुरंत वापस बुलाए।

होवित्जर परीक्षण : चीन सीमा पर होंगी तैनात
पोकरण। राजस्थान के पोकरण इलाके में अल्ट्रा-लाइट होवित्जर तोपों का ट्रायल हो रहा है। यह तोपे लंबी दूरी तक मार सकती है। खबर है कि इन तोपों को चीन और पाकिस्तान सीमा के पास रखा जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि बोफोर्स कांड के 30 साल बाद भारतीय सेना को अमरीका से ये तोप मिली हैं। इन तोपों का ट्रायल सितंबर तक चलेगा। 155 मिलीमीटर, 39-कैलीबर की तोपों में भारतीय गोलाबारूद का इस्तेमाल किया जाएगा।

13वें प्लान की स्वीकृति जरूरी
सूत्रों के मुताबिक, सशस्त्र बलों ने 13वें प्लान को जल्द स्वीकृत करने पर जोर दिया क्योंकि उनका वार्षिक अधिग्रहण प्लान इसी पर निर्भर है।

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