ओमिक्रॉन से बचाव के लिए पूर्व मध्य रेल कई एहतियाती कदम उठा रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में अनुभवी चिकित्सक, नर्स और पारामेडिकल स्टाफ 24 घंटे तैनात करने का आदेश जारी किया है।
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अंडमान की करनी है सैर तो आईआरसीटीसी का सस्ता पैकेज, पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी बुकिंग कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर रेलवे सतर्क नजर आ रहा है। यही वजह है कि रेलवे कुछ नियमों के जरिए इस वायरस के नए वैरिएंट को फैलाव से बचाने की कोशिश में जुटा है।
– इसके तहत कोविड-19 के मरीजों को चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे चिकित्सालयों में मेडिकल स्टाफ को नए वैरिएंट से संबंधित ताजा जानकारी से अपडेट कराते हुए विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
– पूर्व मध्य रेल के कई स्टेशनों पर कोविड-19 की स्क्रीनिंग और जांच के लिए बूथ लगाए गए हैं। – बूथ्स पर ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की जांच अनिवार्य कर दी गई है।
– यात्रियों के वैक्सीनेशन को लेकर भी जांच की जा रही है। संदिग्धों को तुरंत टेस्ट कर उपयुक्त निर्मण लिए जा रहे हैं। – 27 इनवेसिव वेंटिलेटर एवं 83 नन इनवेसिव वेंटिलेटर भी लगाए गए हैं
– अस्पतालों में इलाज के लिए जरूरी मेडिसिन, ऑक्सीजन कंसेनटेरटर, पीपीई किट, एन-95 मास्क आदि की उचित व्यवस्था की गयी है. इन अस्पतालों में छोटे बच्चों के इलाज हेतु भी जरूरी उपाय किये जा रहे हैं.
यह भी पढ़ेँः रेलवे में स्पोर्ट्स कोटा की भर्ती की 30 नवंबर है आखिरी तारीख, जल्द करें आवेदन पूर्व मध्य के इन स्टेशनों पर कड़ी व्यवस्थापूर्व मध्य रेलवे ने जिन स्टेशनों पर कोरोना वैरिएंट के लेकर व्यवस्था कड़ी की है उनमें दानापुर मंडल के आरा, बक्सर, पाटलीपुत्र, दानापुर, पटना जं., राजेन्द्रनगर टर्मिनल, पटना सिटी, जहानाबाद, बिहार शरीफ, राजगीर, नवादा, शेखपुरा, बड़हिया, लखीसराय, क्यूल, जमुई, झाझा शामिल हैं। जबकि सोनपुर मंडल के हाजीपुर, सोनपुर, मुजफ्फरपुर, बरौनी, खगड़िया, नौगछिया स्टेशनों पर अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें कि पूर्व मध्य रेल अब तक करीब 80 हजार रेलकर्मियों में से 72 हजार से भी ज्यादा रेलकर्मियों को टीका लग चुका है। यानी 90 फीसदी कर्मचारियों को टीके के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं।