एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल अप्रैल महीने से लेकर इस साल के मार्च 10 तारीख तक एसी थ्री बोगियों में कुल मुसाफिरों के लिहाज से 17 फीसदी यात्रियों ने सफर की है जिससे रेलवे को यात्री भाड़ा के तौर पर कुल आय की तुलना में 33.65 फीसदी की कमाई हुई है।
तो वहीं रेलवे के मुताबिक इस, अवधि में पिछले साल रेलवे को टिकटों की बिक्री से 32.60 फीसदी आमदनी हुई थी। साथ ही बताया कि इस अवधि में एसी थ्री कोच में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या पिछले साल 16.60 थी जो बढ़कर 17.15 फीसदी हो गया है। तो वहीं इस अवधि में स्लीपर कोच से 59.78 फीसदी लोगों ने सफर किया। जिससे रेलवे को 44.78 फीसदी का राजस्व प्राप्त हुआ। इसके अलावा पिछले साल इसी अवधि में स्लीपर कोच से सफर करने वाले मुसाफिरों की संख्या 60 फीसदी थी और इससे आमदनी 45.94 फीसदी मिला था।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पिछले दिनों के मुकाबले स्लीपर के अलावा लोग एसी थ्री कोच को ज्या पंसद कर रहे हैं। साथ ही लंबी दूरी की यात्रा के लिए लोग स्लीपर के बजाए एसी कोच से सफर कर रहे हैं। और इसी को देखते हुए रेवले ने एसी थ्री कोच को बढ़ाने का फैसला किया है।