दरअसल GSLV मार्क-3 D1 के ऑनबोर्ड कैमरा ने लॉन्चिंग के बाद अंतरिक्ष से सेल्फी भेजी है, जिसके बाद इसरो ने इसका वीडियों जारी किया है। आपको बता दें कि सोमवार को चेन्नई से 120 किमी दूर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेन्टर इसरो ने शाम 5.28 बजे इस रॉकेट को प्रक्षेपित किया था। जिसका कुल वजन लगभग 200 हाथियों के बराबर है।
इसरो द्वारा लॉन्च इस कम्युनिकेशन सैटेलाइट में हाई रेज़ॉलूशन कैमरा लगाया गया है। तो वहीं GSLV मार्क-3 ने GSAT-19 को 16 मिनट में स्पेस ऑर्बिट में सफलतापूर्वक पहुंचा दिया था। आपको बता दें कि इस कम्युनिकेशन सैटेलाइट के लॉन्च के बाद पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों को इसके बधाई दी थी। उपग्रह जीसैट 19 का वजन 3136 किलोग्राम है।
स्वदेश में निर्मित रॉकेट से छोड़ा जाने वाला अब तक का सबसे वजनी उपग्रह है। जीएसएलवी मार्क-3 को प्रक्षेपित करने का मुख्य उद्देश्य अधिक वजन वाले संचार उपग्रह जीएसएटी-19 को जीटीओ (जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट) में प्रवेश कराना था। इस प्रक्षेपण यान के लिए उच्च गति वाले क्रायोजेनिक इंजन को करीब 30 साल के शोध के बाद इसरो ने बनाया है।