किसान संगठन ने इस दौरान केंद्र सरकार से स्वामीनाथन आयोग को तत्काल लागू करने की मांग करते हुए कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में किसान आंदोलन कर रहे हैं। इस आधार पर इसे अलग-अलग राज्य की समस्या मान लेना उचित नहीं होगा।
किसान संगठन के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी नरेश सिंह टिकैत ने कहा कि किसानों की समस्याओं का अब तक कोई देशव्यापी अध्ययन ही नहीं किया गया है। ऐसे में उसका समाधान कैसे किया जाएगा? इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि एक समिति बनाकर पूरे देश के किसानों की समस्या का समाधान किया जाए। टिकैत ने ये भी कहा कि 21 जून को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्क में योग करेंगे, उसी दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक किसान राजमार्गों पर योग कर रास्तों को जाम करेंगे।
जनसभा को संबोधित करते हुए सीपीआई महासचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा, ‘प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी जी ने 423 सभाओं में से 217 सभाओं में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने, लागत और मजदूरी पर 50 फीसदी अतिरिक्त न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने का वादा कर किसानों से वोट लिए।
बाद में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर वे मुकर गए।अतुल अंजान ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की वादाखिलाफी ने किसानों का मनोबल तोड़ दिया और आज किसान आत्म हत्या करने पर विवश हैं। जनसभा के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।