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मुलायम पर धमकी का आरोप लगाने वाले IPS सस्पेंड

Published: Jul 14, 2015 08:48:00 am

 उत्तरप्रदेश की अखिलेश सरकार ने समाजवादी पार्टी सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव पर धमकी आरोप जडऩे वाले आईपीएस अमिताभ ठाकुर को संस्पेंड कर दिया है।

 उत्तरप्रदेश की अखिलेश सरकार ने समाजवादी पार्टी सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव पर धमकी आरोप जडऩे वाले आईपीएस अमिताभ ठाकुर को संस्पेंड कर दिया है। ठाकुर पर सर्विस कंडक्ट रूल्स तोडऩे का चार्ज लगाया गया है। उन्हें निलंबनकाल में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय में संबंध किया गया है तथा वे बिना डीजीपी की इजाजत के मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे।

इस बारे में जारी आदेश में कहा गया है कि यूपी के पुलिस महानिरीक्षक (नागरिक सुरक्षा) को पहली नजर में मनमानी, अनुशासनहीनता, शासन विरोधी दृष्टिकोण, हाईकोर्ट के निर्देशों की अनदेखा, अपने पद से जुड़े दायित्वों और कर्तव्यों के प्रति उदासीनता का दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया है।

इस बीच ठाकुर ने कहा है कि इन परिस्थितियों में मैंने केन्द्र सरकार से गुहार लगाई है कि वह इन मामलों की सीबीआई से जांच कराए और मुझे तथा मेरी पत्नी को केन्द्रीय सुरक्षा प्रदान करे। उन्होंने कहा कि मैंने अपने और अपनी पत्नी के लिए केंद्र सरकार से सुरक्षा मांगी है। मुझे आश्वासन दिया गया है कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। अगर मुझे केंद्र सरकार से मदद नहीं मिलती है तो मैं अदालत का दरवाजा खटखटाऊंगा।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर धमकाने का आरोप लगाने के बाद बलात्कार के आरोपों का सामने कर रहे आईपीएस के अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने इस प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने और अपनी तथा पत्नी की जान को खतरा बताते हुए केंद्र सरकार से सुरक्षा मांगी है।

ठाकुर ने गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (केंद्र -राज्य संबंध) अनंत कुमार सिंह से मुलाकात के बाद कहा कि मेरी पत्नी नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद के खिलाफ 9 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद यादव ने मुझे फोन पर धमकी दी कि तुम्हारे साथ जसराना में जो हुआ था, उससे भी बुरे अंजाम के लिए तैयार रहो। इस धमकी के बाद यादव के खिलाफ जब पुलिस में शिकायत की गई तो प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की गई।

ठाकुर ने कहा कि यादव के रिश्तेदार रामबीर सिंह ने 2006 में उन पर गंभीर हमला कराया था और अब दोबारा उन्हें यादव की ओर से धमकी दी जा रही है। अपने ऊपर दर्ज बलात्कार के मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस महिला ने यह मामला दर्ज कराया है वह भी मेरी पत्नी द्वारा अवैध खनन के लिए दर्ज कराई गई शिकायत में अभियुक्त है।

उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय समाज में कोई पत्नी किसी महिला को अपने पति के पास बलात्कार के लिए भेजेगी। ठाकुर ने कहा कि यह यादव की ओर से उन्हें ‘रिटर्न गिफ्टÓ दिया गया है। आईपीएस अधिकारी ने कहा कि इस सारे प्रकरण में उन्होंने अपनी पत्नी से बातचीत की है और हमने तय किया है कि हम न्याय के लिए संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि बलात्कार के झूठे मामले में वह जमानत नहीं लेंगे और जेल जाने को तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि वह मांग करते हैं कि इस मामले तथा उनकी पत्नी द्वारा लोकायुक्त को गत 26 दिसम्बर को अवैध खनन के मामले में की गई सभी शिकायतों की सीबीआई से जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि यह सारा मामला अब केन्द्र सरकार के पास है और उन्हें भरोसा है कि उन्हें न्याय मिलेगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि उन्हें किसी तरह की मदद या राहत नहीं मिलती है तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे और सीबीआई जांच की मांग करेंगे। यह पूछे जाने पर कि वह प्रतिनियुक्ति पर केन्द्र में आना चाहेंगे उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने ऐसा कदम नहीं उठाया है लेकिन यदि ऐसा होता है तो उन्हें इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी।

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