नवरात्रि के दिन जम्मू कश्मीर पहुंचे अमित शाह ने वैष्णो देवी में पूजा के बाद राजौरी में आयोजित जनसभा में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जस्टिस शर्मा कमीशन की सिफारिशों पर काम किए जाने का आदेश दिया है और प्रक्रिया पूरी होते ही पहाड़ी समुदाय के लोगों को आरक्षण मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदाय के लोगों को यह आरक्षण मिलना है।
होम मिनिस्टर ने कहा कि आर्टिकल 370 हटने के बाद यह संभव हुआ है। अमित शाह का आरक्षण से जुड़ा ऐलान अहम माना जा रहा है और आने वाले चुनावों में भाजपा को इसका लाभ मिल सकता है। उन्होंने बताया कि आजादी से लेकर 2019 तक पूरे जम्मू-कश्मीर में 15 हजार करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश आया था। 2019 से अब तक इन तीन वर्ष में 56 हजार करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश पूरे जम्मू-कश्मीर में आया है।
आतंकी गतिविधियों पर अमित शाह ने कहा कि पहले आए दिन जम्मू-कश्मीर से पथराव के समाचार आते थे। आज पथराव के समाचार नहीं आते हैं। मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सशक्त करने का काम किया है। अमित शाह ने आगे कहा कि अगर अनुच्छेद 370 और 35A नहीं हटता तो जम्मू-कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता। अनुच्छेद 370 और 35A हटने से यहां पिछड़ों को, दलितों को, आदिवासियों को और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिलने वाला है।
जम्मू कश्मीर के तीन राजनीतिक परिवारों पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। पहले जो सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है। 70 वर्ष तक जम्मू-कश्मीर पर तीन परिवारों ने राज किया, लोकतंत्र सिर्फ अपने परिवारों में बना दिया था।
आप सभी को कभी भी ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत का अधिकार मिला था क्या? तीन परिवारों ने लोकतंत्र का, जम्हूरियत का मतलब सिर्फ पीढ़ियों तक शाासन करना निकाल दिया था।
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