जोशीमठ के लोगों का दर्द : बार-बार मुड़कर देख रहे घर, मन में एक सवाल, अब लौटेंगे भी या नहीं
नई दिल्लीPublished: Jan 10, 2023 04:02:05 pm
Joshimath people pain जोशीमठ भू-धंसाव मामला जोशीमठ की जनता के लिए दर्द का एक तूफान लेकर आ गया है। सरकारी अधिकारी आए और लाल निशान लगाया और कहा घर खाली कर दें। पीड़ितों का मन बोझिल है। पैर भारी है। दिल घर छोड़कर जाने को नहीं कर रहा है। आंखों में आंसू हैं। माथे पर शिकन है। अब कहां जाएंगे...। पढ़िए जोशीमठ से विस्थापित हो रहे लोगों का दर्द।


जोशीमठ के लोगों का दर्द : बार-बार मुड़कर देख रहे घर, मन में एक सवाल, अब लौटेंगे भी या नहीं
उत्तराखंड का जोशीमठ धंस रहा है। भू-धंसाव की वजह से सैकड़ों मकानों में दरारें आ गईं है। और उन्हें असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। जोशीमठ में आई आपदा से लोग गमजदा हैं। इन असुरक्षित मकानों से कोई बड़ा हादसा न हो जाए इसलिए प्रशासन लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा रहा है। पर लोगों का मन भारी है। कदम उठ नहीं रहे हैं। पुरखों की ओर से बनाए और अपनी जमा पूंजी लगाकर खड़े किए सपनों के घरों को छोड़ने का मन किसी का नहीं कर रहा है। लोग भावुक हो रहे हैं। भारी मन से घर का सामान कंधे पर रखकर शिविर की ओर जा रहे हैं। बार-बार मुड़कर अपने घर को देख रहे हैं। और यह सवाल कर रहे हैं कि, अब कब घर लौटेंगे। या लौटेंगे भी नहीं। सब भगवान के भरोसे छोड़कर चल दिए हैं। जोशीमठ भू-धंसाव के चलते घर खाली कर रहे स्थानीय लोग बेहद भावुक हैं।