एसडीएम ठाठरी अतहर आमिन जरगर के अनुसार, अब 19 परिवारों के 117 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने जोशीमठ जैसे हालात से इन्कार करते हुए कहा कि भूस्खलन से दिक्कत आई है। चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स तथा नेशनल हाईवे प्राधिकरण के भूगर्भशास्त्रियों ने भी मौके का निरीक्षण किया है।
डोडा शहर से 35 किमी दूर किश्तवाड़-बटोटे राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ठाठरी इलाके के नई बस्ती गांव में मिट्टी के खिसकने के कारण घरों की दीवारों में दरारें आईं। कई घरों की छतें और दीवारें गिरने लगी। अधिकारियों का कहना है कि मिट्टी खिसकने के कारणों की जांच के लिए विशेषज्ञों को गांव भेजा गया है।
डोडा के उपायुक्त विशेष महाजन ने कहा, हम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, अब तक 19 घरों, 1 मस्जिद और 1 मदरसे को खाली कराया गया है। जमीन धंसने से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग प्रभावित परिवारों के उचित पुनर्वास की मांग कर रहे है।