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जस्टिस उदय उमेश ललित 27 अगस्त को देश के 49वें सीजेआई के रूप में शपथ लेंगे। हालांकि उनका कार्यकाल महज 74 दिन का ही होगा।
सीजेआई के रूप में जस्टिस ललित उस कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस कौल, जस्टिस नजीर और जस्टिस इंदिरा बनर्जी शामिल होंगे।
यूयू ललित की बात करें तो उन्होंने 10 जनवरी 2019 को अयोध्या मामले से खुद को अलग कर लिया था। इस अयोध्या मामले की सुनवाई 5 जजों की बेंच कर रही थी, जिसमें यूयू ललित भी शामिल थे।
अलग होने के लिए उन्होंने तर्क दिया था कि करीब 20 साल पहले वह अयोध्या विवाद से जुड़े एक आपराधिक मामले में यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के वकील रह चुके थे। ऐसे में वे इस मामले में बतौर जज नहीं रह सकते।
जस्टिस ललित का कार्यकाल 8 नवंबर को खत्म होगा। यानी वे 8 नवंबर को CJI के रूप में सेवानिवृत्त होंगे। इसके बाद जस्टिस चंद्रचूड़ 50 वें CJI के तौर पर नियुक्त होंगे।
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