मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि यह एक आतंकी कार्य है। इसके पीछे एक बड़ी अंतर्राष्ट्रीय साजिश है। इसे उजागर करने और दोषियों को फांसी देने की जरूरत है। राजस्थान सरकार को पूरी जांच करनी चाहिए और इस जघन्य कृत्य के लिए अपराधियों को दंडित करना चाहिए। बता दें कि कन्हैया लाल मर्डर केस की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी को दे दिया गया है। एनआईए इस बर्बर हत्या के आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज को पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर आने वाली है।
नुपुर शर्मा के समर्थन के कारण की गई हत्या-
बताते चले कि 28 जून को एक वीभत्स घटना में उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की भीड़-भाड़ वाली सड़क पर स्थित उनकी दुकान के अंदर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि कन्हैया लाल के 8 साल के बेटे ने निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सोशल मीडिया पर पैगंबर मुहम्मद पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी पर समर्थन दिया था, जिसका बदला लेने के लिए यह हत्या की गई। बाद में दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया।
एनआईए कर रही मामले की छानबीन-
केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने जांच को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को यह पता लगाने के लिए स्थानांतरित कर दिया कि क्या इस मामले में कोई टेरर एंगल तो नहीं है। एनआईए की जांच में यह बात सामने आई कि कन्हैया लाल का हत्यारा गौस मोहम्मद पाकिस्तान जा चुका है। 2014 में गौस पाकिस्तान गया था। जहां उसने आतंकी ट्रेनिंग ली थी। उसके बाद वो भारत में स्लीपर सेल के रूप में रह रहा था।