इसमें यह कहा गया कि जो भी करदाता वित्तीय वर्ष के पहले दिन पहला कर जमा करेगा उसका सम्मान किया जाएगा। वहीं अब नगर निगम टैक्स जमा करने वाले को छह प्रतिशत की छूट दे रही है। हालांकि यह योजना पिछले कई साल से लागू की गई थी, लेकिन इसका व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं किया गया। ऐसे में अधिकांश लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी। ऐसे में लोग अपने-अपने तरीके से टैक्स जमा करते थे, लेकिन इस बार इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया है।
शर्मनाक : आग से 70 प्रतिशत झुलसी महिला पहुंची बरमकेला थाने तो पुलिस ने विभागीय गाड़ी देने में की आनाकानी! इसकी वजह से छूट का लाभ लेने के लिए करदाताओं की लंबी कतारें नगर निगम में आसानी से देखी जा सकती है। स्थिति यह है कि नए वित्तीय वर्ष शुरू होने के कुछ दिन बाद से ही टैक्स जमा करने की होड़ निगम में लगी हुई है। सुबह कार्यालय खुलते ही करदाता नगर निगम दफ्तर पहुंचते हुए अपना टैक्स जमा करते हुए छह प्रतिशत छूट का लाभ ले रहे हैं। यह छूट संपत्ति कर में दी जा रही है।
इस बार साढ़े सात करोड़ हुई संपत्ति कर की वसूली
नगर निगम के द्वारा बीते वित्तीय वर्ष में संपत्ति कर वसूली के लिए करीब आठ करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हालांकि निगम इस लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका और निर्धारित लक्ष्य में से सात करोड़ ४५ लाख की वसूली कर सका। निगम अधिकारियों की माने तो यह वसूली का लक्ष्य पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में बेहतर है।
कम होगा भार
नगर निगम के कर दाताओं पर गौर करते हुए पिछले कई वर्षों से यह देखा जा रहा है कि कुछ करदाता ही ऐसे होते हैं जो वित्तीय वर्ष शुरुआत में टैक्स जमा करते थे। वहीं इसके बाद टैक्स आना बंद हो जाता था। वहीं इसके बाद कर दाताओं के द्वारा दीपावली त्योहार के बाद जमा किया जाता है। ऐसे में वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में राजस्व वसूली के लक्ष्य को लेकर भार बढ़ जाता है। ऐसे में अब वित्तीय वर्ष से शुरू से ही टैक्स जमा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।