शिवमोगा की घटना पर ईश्वरप्पा ने कुछ मुस्लिम गुंडों पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदू समाज को कमजोर मत समझना और अगर पूरा समुदाय एक साथ खड़ा हो जाए तो वे जिंदा नहीं बचेंगे। इसके अलावा टीपू सुल्तान पर भी ईश्वरप्पा ने विवादित बयानबाजी की। उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे।
शिवमोगा की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को देश के विभाजन का दोषी बताया। उन्होंने कहा कि नेहरू ने देश का बंटवारा कराया। इसके अलावा ईश्वरप्पा ने यह भी कहा कि यहां रहने वालों को भारत माता का सम्मान करना होगा। उन्होंने कांग्रेस पर एंटी नेशनलिस्ट गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। ईश्वरप्पा ने कहा कि कांग्रेस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल पीएफआई, एसडीपीआई जैसे संगठनों का सर्मथन करती है।
उल्लेखनीय हो कि कर्नाटक के शिवमोगा में सांप्रदायिक तनाव उस समय उत्पन्न हो गया था जब स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीर सावरकर और टीपू सुल्तान के समर्थक आमने-सामने आ गए। शिवमोगा के आमिर अहमद सर्कल में हिंदू संगठन के लोगों ने वीर सावरकर का पोस्टर बिजली के खंभे पर लगाया गया था जिससे टीपू सुल्तान के समर्थक भड़क गए और अपना बैनर लेकर पहुंच गए।
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सावरकर के पोस्टर लगाए जाने के विरोध में पहुंचे टीपू सुल्तान के समर्थकों की सावरकर के पोस्टर लगाने वालों से भिड़ंत हो गई और ये विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने वीर सावरकर का पोस्टर भी हत्या दिया और तनाव को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई। इस घटना में मंगलवार को 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।