संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, उन्होंने प्रतिनिधियों के साथ तीन दिनों तक पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने पर चर्चा की थी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने 2018 के आम विधानसभा चुनावों में विशेष रूप से बेंगलुरु में मतदान की कम दर पर नाराजगी व्यक्त की। बेंगलुरु आईटी हब के रूप में उभरा है और इसके बावजूद मतदान का कम प्रतिशत निराशाजनक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शहरी इलाकों में मतदान प्रतिशत कम हुआ है।
CEC राजीव कुमार ने कहाकि, उन्हें कर्नाटक में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने का भरोसा है। उन्होंने मतदाताओं को सलाह दी कि, मतदाता पैसे और अन्य चीजों के झांसे में नहीं आएं। आगामी चुनाव में पहली बार कुल 9,17,241 नए मतदाता अपने अधिकारों का प्रयोग करेंगे। दिव्यांगों के अलावा 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को अपने आवास से वोट डालने की सुविधा होगी।
CEC राजीव कुमार ने आगे कहाकि, मतदान के लिए पूरे कर्नाटक में 58,282 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 883 मतदाताओं के लिए एक मतदान केंद्र बनाया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में 24,063 मतदान केंद्र और ग्रामीण क्षेत्रों में 34,219 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। कुल 1,320 मतदान केंद्रों की निगरानी पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा की जाएगी।
राजीव कुमार ने कहाकि, राज्य में 2,62,42,561 पुरुष मतदाता और 2,59,26,319 महिला मतदाता हैं। कुल 43,312 वोटर थर्ड जेंडर के हैं। 224 विधानसभा क्षेत्रों में से 36 अनुसूचित जाति और 15 अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। कुल 173 सामान्य निर्वाचन क्षेत्र हैं।