script

केरल में भारी बारिश ने मचाई तबाही, 5 की मौत और 13 लापता, वायुसेना की मदद मांगी

locationनई दिल्लीPublished: Oct 16, 2021 07:41:09 pm

केरल में शुक्रवार रात से शुरू हुई भारी बारिश ने कई जिलों में तबाही मचा दी है। अब तक पांच व्यक्तियों की मौत हो गई है और 16 लापता हैं। जबकि एक जगह 60 लोग बचाव की राह देख रहे हैं।

Kerala Rain: One dead and 13 missing in Kottayam, CM Pinarayi Vijayan asks IAF   help

Kerala Rain: One dead and 13 missing in Kottayam, CM Pinarayi Vijayan asks IAF help

तिरुवनंतपुरम। कोरोना के बाद केरल में भारी बारिश ने परेशानी खड़ी कर दी है। भारी बारिश के कारण कोट्टायम जिले में भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जहां कम से कम 16 लोग लापता हैं। वहीं, अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है। प्रदेश के बिगड़ते हालात देखते हुए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बचाव अभियान में भारतीय वायु सेना की मदद मांगी है। अभी तक नुकसान का पता नहीं चल पाया है।
केरल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कुल पांच लोगों की मौत हो गई है। कोट्टायम से तीन, इडुक्की जिले में दो की मौत हुई है। केरल के मंत्री वीएन वसावन ने कहा कि कोट्टायम जिले में तीन लोगों की मौत हुई है। कोट्टायम के मुंडक्कयम में एक एस्टेट में दस परिवार फंसे हुए हैं। पुलिस और दमकल सेवाएं उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रही हैं। मनीमाला में कई परिवार फंसे हुए हैं, कई अपनी छतों पर हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीमें कोट्टायम जिले में पहुंच रही हैं। इस बीच कांजीरापल्ली और मुंडक्कयम से पानी कम होने लगा है। लेकिन कूटिकल कस्बे में जल स्तर बना हुआ है।
केरल के मुख्यमंत्री द्वारा कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में उन्होंने बचाव व राहत अभियान की समीक्षा की। विजयन ने कहा है कि स्थिति गंभीर है लेकिन मौसम की ताजा रिपोर्ट राहत की सांस देती है, क्योंकि वे संकेत देते हैं कि स्थिति और खराब नहीं हो रही है।
• मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई उच्च-स्तरीय बैठक में बचाव प्रयासों को तेज करने का निर्णय लिया गया और कोट्टायम सहित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सभी साधनों का उपयोग किया जाएगा।
• निचले इलाकों और भूस्खलन या बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों से लोगों को तुरंत निकालने के लिए कार्रवाई की जाए।

• शिविरों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शुरू करना होगा। अधिकारियों ने निर्णय लिया कि शिविरों में मास्क और सैनिटाइज़र उपलब्ध कराया जाएं। शिविरों में पीने का पानी, दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं। उन लोगों के लिए सावधानी बरती जानी चाहिए जिन्हें पहले से कोई बीमारी है और/या टीकाकरण नहीं हुआ है।
• उपलब्ध नावों की एक सूची तैयार की जानी चाहिए ताकि बचाव कार्यों में उनका उपयोग किया जा सके।

• बांधों के जल स्तर की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए और खाली करने के लिए अलर्ट पहले से ही दिया जाना चाहिए।
• जो कॉलेज 18 अक्टूबर से खुलने वाले थे वो अब 20 अक्टूबर से ही शुरू होंगे।

• बैठक में 19 अक्टूबर तक सबरीमाला तीर्थ यात्रा से बचने का भी फैसला किया गया है।
https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, कोट्टायम के विभिन्न हिस्सों से भूस्खलन की चार घटनाएं हुई हैं जबकि इद्दुकी से एक मौत की खबर है। केरल के सहयोग और पंजीकरण मंत्री वीएन वासवन ने कहा, “कोट्टायम जिले के विभिन्न हिस्सों से कम से कम चार भूस्खलन की घटनाओं की सूचना मिली है। हमने कूट्टिकल इलाके में फंसे लोगों को बचाने के लिए वायु सेना की मदद मांगी है। हमें कुछ लोगों के लापता होने और 60 से अधिक ऐसे लोगों को बचाने सूचना मिली है, जिनके घरों में पानी भर चुका है और वे फंस गए हैं।”
केरल में शुक्रवार रात से भारी बारिश शुरू हुई थी और अभी भी पांच जिलों के लिए जारी रेड अलर्ट के साथ जारी है, जिसमें पठानमथिट्टा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर शामिल हैं।

इस दौरान बाढ़ के पानी में फंसी केएसआरटीसी बस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें स्थानीय लोग बस में फंसे यात्रियों को बचाने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। सीएमओ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनडीआरएफ की छह टीमों को पठानमथिट्टा, इडुक्की, अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, कोट्टायम और इडुक्की में तैनात किया गया है।
https://twitter.com/ANI/status/1449309732183810048?ref_src=twsrc%5Etfw
वहीं, सेना की दो टीमों को तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम जिलों में तैनात करने का निर्देश दिया गया है, जबकि किसी भी आपात स्थिति में वायु सेना को स्टैंडबाय पर रहने का अनुरोध किया गया है। सिंचाई विभाग के अधीन पलक्कड़ में चुलियार बांध और त्रिशूर में पीची बांध के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।
राजस्व मंत्री के राजन ने कहा, ”सभी आवश्यक सावधानियां बरती गई हैं। हमने जिला कलेक्टरों से नदी किनारे रहने वाले लोगों को चेतावनी जारी करने को कहा है।”

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अरब सागर के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण राज्य में व्यापक भारी बारिश की चेतावनी दी है। 12 घंटे से अधिक समय से जारी भारी बारिश ने कोल्लम और कोट्टायम जिलों सहित कई स्थानों पर सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। जिले की मीनाचल और मनीमाला समेत कई नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने और बाहर निकलने की तैयारी करने की चेतावनी दी है।

ट्रेंडिंग वीडियो