माना जा रहा है कि ये युवक आंतकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गए हैं। लापता युवकों में से ज्यादातर कासरागोड से ही ताल्लुक रखते थे। यह गली थुरुथि जूमा मस्जिद से सटी है। नगर पालिका के नेताओं का कहना है कि सड़क के नाम को लेकर लोगों की राय ली जाएगी। अगर जनता ने इसे नकार दिया तो इसे अस्वीकार कर दिया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि कुछ युवाओं के लापता होने के बाद कासरागोड हाल के सालों में सुरक्षा एजेंसियों आईबी आदि की रडार पर बना हुआ है।
क्षेत्र में है इसलिए किया उद्घाटन: बशीर सड़क का उद्घाटन कासरागोड जिला पंचायत अध्यक्ष एजीसी बशीर ने किया था। वहीं एजीसी बशीर ने इस पर सफाई देते हुए कहा, ‘मुझे सड़क का उद्घाटन इसलिए करना चाहिए था क्योंकि ये मेरी नगरपालिका के क्षेत्र में आता है। इसलिए मुझे आखिरी वक्त में इसका उद्घाटन करना पड़ा।’ उन्होंने आगे कहा कि कुछ अधिकारी सड़क का नाम गाजा रखे जाने पर अपनी आपत्ति जता रहे थे जिसके बाद नाम ‘गाजा स्ट्रीट’ रखा गया।
चेयरपर्सन बोले जानकारी नहीं वहीं नगर पालिका की चेयरपर्सन बीवी फातिमा इब्राहिम ने कहा कि उन्हें सड़क का नाम गाजा स्ट्रीट रखे जाने की जानकारी नहीं है। दूसरी तरफ सड़क नाम बदले जाने पर भाजपा नेताओं ने कड़ा एतराज जताया है। कासरागोड नगर पालिका में विपक्ष के नेता पी रमेश ने कहा कि सड़क का नाम जबरन बदला गया है।