एंटरप्रिन्योर बनने के लिए खुशबू ने दिन-रात मेहनत की। पति की मृत्यु के बाद उन्होंने कई जगह नौकरी की। काफी सोच-विचार के बाद वर्ष 2012 में ही उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में कस्टमर हेड डेस्क की नौकरी की। वर्ष 2014 में एक फैशन कंपनी में स्टोर मैनेजर ज्वाइन किया और दो बड़े स्टोरों को हैंडल किया। वर्ष 2016 में वह फैशन डिजाइनर रितु कुमार से मिलीं और उनसे काफी प्रभावित हुई।
खुशबू अमृतसर में फैशन डिजाइनर रितु कुमार स्टोर में काम करती रही। फिर वो टोल प्लाजा प इस्तेमाल होने वाले फास्टैग की अमृतसर की पहली डिस्ट्रीब्यूटर बन गई। स टैग को उनकी ओर से ही अमृतसर में लांच किया गया। रितु कुमार से प्रभावित होकर उनके मन में कुछ अपना कारोबार करने का जज्बा पैदा हुआ। उन्होंने अपनी कंपनी गठित की और सोलर का कांस्पेट मार्केट में आया।

फिर उन्होंने अपनी सोलर पैनल कंपनी कोस्मिम सोलर एंड लियोनिंड की स्थापना कीऔर सोलर का कांस्पेट मार्केट में आया। गांवों के लोगों को सौर ऊर्जा के प्रति जागरूक करने के लिए उन्होंने बड़े स्तर अभियान चलाया। कंपनी बनाकर सरकारी और गैरसरकारी संस्थानों के ठेके लेने शुरू कर दिए। आज वह सरकारी व प्राइवेट संस्थानों में सोलर पैनल स्थापित करके लोगों को सौर ऊर्जा से जोड़ते हुए बिजली सप्लाई में आत्मनिर्भर बना रही हैं।
इसके अलावा कभी खुद रोजगार ढुंढने वाली खुशबु आज जरुरतमंद को भी रोजगार उपलब्ध करवा रही हैं। नकी कंपनी ने 25 के करीब युवाओं को रोजगार दिया है। इसमें छह लड़कियां भी हैं। कुछ स्टाफ स्थायी और कुछ कांट्रैक्ट में काम कर रहा है।