माध्यमिक शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन व मोईनी फाउंडेशन के तत्वावधान में जिले के 110 सरकारी आईसीटी विद्यालयों में प्रोजेक्ट उत्कर्ष का आयोजन किया जा रहा है। प्रोजेक्ट उत्कर्ष जिला समन्वयक दिनेश गुप्ता व सुनील शर्मा ने बताया कि दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं मार्च माह में प्रस्तावित है, इसे देखते हुए प्रोजेक्ट उत्कर्ष संचालित जिले में पिछले सत्र में कमजोर परिणाम रखने वाले 13 विद्यालयों को कंट्रोल केस स्टडी कार्यक्रम के तहत शामिल किया है। इससे 10वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधरेगा।
कमजोर विद्यार्थी को मिलेगा फायदा :
कमजोर विद्यार्थी को मिलेगा फायदा :
इसमें गणित एवं विज्ञान विषय में कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष जोर दिया जाएगा। सभी को छोटे-छोटे प्रश्न याद करवाते हुए एक बड़ा प्रश्न याद कराया जाएगा। घर से भी कुछ सवाल हल करने के लिए दिए जाएंगे। इसकी अगले दिन संबंधित अध्यापक जांच करेंगे।
यह है कंट्रोल केस स्टडी कार्यक्रम
कार्यक्रम के तहत उन विद्यालयों को चयनित किया गया है, जिनका कक्षा दसवीं का परीक्षा-परिणाम पिछले सत्र में कम रहा था। इस प्रणाली के तहत कक्षा दसवीं के गणित एवं विज्ञान विषय को शामिल करते हुए इनके महत्वपूर्ण प्रश्नों को शामिल किया गया है।
कार्यक्रम के तहत उन विद्यालयों को चयनित किया गया है, जिनका कक्षा दसवीं का परीक्षा-परिणाम पिछले सत्र में कम रहा था। इस प्रणाली के तहत कक्षा दसवीं के गणित एवं विज्ञान विषय को शामिल करते हुए इनके महत्वपूर्ण प्रश्नों को शामिल किया गया है।
स्टेप बाई स्टेप से होंगे प्रश्न हल
इस प्रणाली के तहत विद्यार्थी के लिए 10 से 15 प्रश्नों की एक क्वीज तैयार की गई है। इसमें विद्यार्थी शून्य लेवल से छोटे-छोटे प्रश्न हल करते हुए एक बड़ा प्रश्न हल कर सकेंगे। इस तरह विद्यार्थी खेल-खेल में सीखता हुए परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास कर सकेंगे।
इस प्रणाली के तहत विद्यार्थी के लिए 10 से 15 प्रश्नों की एक क्वीज तैयार की गई है। इसमें विद्यार्थी शून्य लेवल से छोटे-छोटे प्रश्न हल करते हुए एक बड़ा प्रश्न हल कर सकेंगे। इस तरह विद्यार्थी खेल-खेल में सीखता हुए परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास कर सकेंगे।
कलक्टर रोज लेंगे विद्यालयों की रिपोर्ट
प्रोजेक्ट उत्कर्ष के प्रतिनिधि की ओर से इन विद्यालयों की विजिट के साथ विद्यार्थियों की एक रिपोर्ट कलक्टर को सौंपी जाएगी। पिछले स़़त्र में यह कार्यक्रम 16 विद्यालयों में चलाया गया था।
प्रोजेक्ट उत्कर्ष के प्रतिनिधि की ओर से इन विद्यालयों की विजिट के साथ विद्यार्थियों की एक रिपोर्ट कलक्टर को सौंपी जाएगी। पिछले स़़त्र में यह कार्यक्रम 16 विद्यालयों में चलाया गया था।
इन विद्यालयों को किया शामिल
राबाउमावि चौथ का बरवाड़ा, संस्कृत स्कूल चौथ का बरवाड़ा, राउमावि, ईसरदा, राउमावि, शिवाड़, राबाउमावि वार्डसिटी, राउमावि तलावड़ा खंडार, राउमावि शेषा, राउमावि बौंली, राउमावि, मित्रपुरा, राबाउमावि, वजीरपुर, राउमावि जटवाड़ा कला, राबामावि भगवतगढ़, संस्कृत विद्यालय सुकार।
राबाउमावि चौथ का बरवाड़ा, संस्कृत स्कूल चौथ का बरवाड़ा, राउमावि, ईसरदा, राउमावि, शिवाड़, राबाउमावि वार्डसिटी, राउमावि तलावड़ा खंडार, राउमावि शेषा, राउमावि बौंली, राउमावि, मित्रपुरा, राबाउमावि, वजीरपुर, राउमावि जटवाड़ा कला, राबामावि भगवतगढ़, संस्कृत विद्यालय सुकार।