दरअसल, कई दिनों से चल रही अटकलों पर तब विराम लग गया जब कुलदीप बिश्नोई ने हरियाणा के आदमपुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को सौंपा है। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि वो इसी सीट से उपचुनाव में अपने बेटे को मैदान में उतार सकते हैं।
कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनौती देते हुए कहा, “मैंने उनकी चुनौती को स्वीकार कर इस्तीफा दे दिया है, अब मेरी चुनौती ये है कि वो मेरे या मेरे बेटे के खिलाफ आदमपुर से चुनाव लड़ें।”
आदमपुर सीट पर होंगे चुनाव
बता दें कि कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफे के बाद आदमपुर सीट खाली हो गई है और यहाँ अब 6 माह में उपचुनाव होंगे। इस सीट से बीजेपी नेता सोनाली फोगाट ने वर्ष 2019 में चुनाव लड़ा था। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि वो इस सीट को बिश्नोई द्वारा टेकओवर करने देंगी या नहीं!
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हिसार सीट पर निगाहवहीं, खबरें ये भी हैं कि कुलदीप बिश्नोई की निगाहें हिसार लोकसभा सीट पर भी हैं। इस सीट से बृजेंद्र सिंह दिग्गज जाट नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे सांसद हैं। ऐसे में कुलदीप बिश्नोई के लिए ये सीट भी लेना कोई आसान नहीं होगा।
बता दें कि कुलदीप बिश्नोई और कांग्रेस के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था। वो हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नजरअंदाज किये जाने से पार्टी से काफी नराज चल रहे थे। इसी कारण जून माह में हुए राज्यसभा चुनावों के दौरान उन्होंने क्रॉस वोटिंग की थी जिसके बाद पार्टी ने उन्हें सभी पदों से निष्कासित कर दिया था।