इससे 2019 में विल्लुपुरम के पास रत्नावेल मुरुगन मंदिर में नौ नींबू 1.03 लाख रुपए में बेचे गए थे। पझापुशियन मंदिर के पुजारी ने नीलाम किए गए नींबू को भगवान शिव के सामने रखा था। बाद में एक छोटी सी पूजा की थी। इसके बाद श्रद्धालुओं की उपस्थिति में इसे उस भक्त को लौटा दिया जिसने सबसे अधिक बोली लगाई थी। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सबसे अधिक बोली लगाता है और नींबू प्राप्त करता है, उसे संपत्ति और बेहतर स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।
तिरुवनैनल्लूर के बालदंडायुदपानी मंदिर में इष्टदेव मुरुगन के भाले पर कील लगे नींबू की नीलामी करने का रिवाज है। समारोह के पहले नौ दिनों के दौरान हर दिन एक नींबू पर कील लगाई जाती है। इसके बाद अंतिम दिन इनकी बोली लगती है। 2016 में इस मंदिर में पहले दिन के नींबू की कीमत 39 हजार रुपए थी।