प्रदेश की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने त्योहारों के दौरान सौहार्द्र बनाए रखने को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने देश में बढ़ती साम्प्रदायिक घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधिकारियों को अलर्ट रहने और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। अधिकारियों से यह भी कहा कि साम्प्रदायिक घटनाओं को टालने के लिए लोगों से समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया जाए।
वाहनों में बदलाव पर पाबंदी नियमों में वाहनों में मनचाहे बदलाव पर पाबंदी है, लेकिन डीजे के लिए वाहन का स्वरूप बदला जाता है। ऐसे में इन वाहनों पर भी जब्त करने जैसी सख्त कार्रवाई होगी। बैठक के दौरान शादी समारोह व अन्य कार्यक्रमों में देर रात तक संगीत की तेज आवाज पर म्यूजिक सिस्टम जब्त करने और रात 10 बजे बाद लाउड स्पीकर बजने पर उसे जब्त करने के निर्देश दिए गए।
जयपुर में डीजे वाहनों पर पहले से रोक गौरतलब है कि जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने डीजे के वाहनों पर पहले से रोक लगा रखी है। जयपुर में डीजे के वाहन सड़क पर नजर आने पर जब्त करने के निर्देश हैं।
सड़क दुर्घटनाओं पर दिखाई गंभीरता गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने बैठक के दौरान कहा कि आने वाले दिनों में रामदेवरा व अन्य मेलों का आयोजन होना है। इस दौरान दुर्घटनाओं से श्रद्धालुओं की मौत नहीं हो, इसके लिए पुलिस मुस्तैद रहकर यातायात नियमों की अनदेखी को रोके।
अधिकारियों की ओर से कहा गया कि करौली में साम्प्रदायिक उपद्रव का मुख्य कारण डीजे पर भड़काऊ गाने बजना रहा, सावन माह के दौरान ऐसी किसी घटना को रोकने के लिए सतर्कता जरूरी है। इस पर निर्देश दिए गए गए डीजे बजाने से रोकने के निर्देशों की सख्ती से पालना कराई जाए।