ठगी के पीछे चेहरे बेनकाब 37 अरब की इस ठग कंपनी के पीछे पुलिस ने जिन चेहरों को बेनकाब किया है, उनमें एक बीटेक है, तो दूसरा एमबीए और तीसरा स्नातक। तीनों ने अपनी शैक्षणिक योग्यताओं का हेराफेरी में इस्तेमाल किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान किशनगंज पिलखुआ निवासी अनुभव मित्तल, कांति नगर मशूलीबडडा विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश निवासी श्रीधर प्रसाद और कमई बरसाना मथुरा निवासी महेश दयाल के रूप में हुई है।
सनी लियोनी और अमीषा का इस्तेमाल पुलिस के अनुसार जब इस बिजनेस मॉडल की जांच की गई तो पाया गया कि कंपनी के सदस्यों को धोखे में रख कर उनसे पैसे अकाउंट में जमा करा लेते थे और जब मेंबर अपने पेज को लॉगिन करते थे, अक्सर उन्हें जो यूआरएल मिलता था, वही गलत होता था। सोशल ट्रेड प्रमुख अनुभव के कई बड़े राजनेताओं के साथ संबंध भी उजागर हुए हैं। कुछ केंद्रीय मंत्रियों के साथ भी उसने तस्वीरें खिंचवा रखी हैं। सनी लियोनी और अमीषा पटेल का भी उसने इस्तेमाल किया है।
12 सर्वर किराए पर कंपनी ने एक प्राइवेट कंपनी से 12 सर्वर किराए पर ले रखे हैं जो गाजियाबाद के राज नगर इलाके में मौजूद हैं। सर्वर को सीज किए गए हैं। सर्वर और कंपनी के कंप्यूटरों से डिलीट किया गया डाटा भी रिकवर किया जाएगा। कंपनी के सर्वर से ये लोग अब तक सात लाख से ज्यादा लोगों से 3726 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। अब भी इनके खातों में 524 करोड़ रुपए जमा हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
पैसे वापस पाने के लिए करें शिकायत एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि जो भी लोग इस धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, वह अपनी रकम वापस पाने के लिए संबंधित दस्तावेज के साथ पुलिस से शिकायत करें। जल्द ही एसटीएफ पीडि़तों की शिकायत प्राप्त करने के लिए एक ईमेल आईडी भी जारी करेगी।
आरोपी तीन ठगों ने दिल्ली-एनसीआर समेत देश भर के करीब सात लाख लोगों को जमकर ठगा। ठगी की शुरुआत अनुभव मित्तल की शातिर चालों से हुई। दरअसल, मित्तल ने साल 2010 में अपने हॉस्टल के कमरे से ही अपनी पहली फ र्जी कंपनी की शुरुआत की थी। धीरे-धीरे इसने जाल-बट्टा फैलाया और कंपनी ने नोएडा के सेक्टर 63 में सोशल ट्रेड डॉट बिज के नाम काम शुरू किया। पकड़े जाने के डर से कं पनियों के नाम भी बार-बार बदले गए।
सैकड़ों निवेशक पहुंचे अनुभव की गिरफ्तारी और कंपनी के फ र्जीवाड़े की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में निवेशक गुरुवार को नोएडा सेक्टर-63 स्थित कंपनी के बाहर जमा हो गए। इसमें बहुत से ऐसे लोगों थे जिन्होंने कंपनी में मोटी रकम निवेश की है।