कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वेंकैया ने कहा कि हमें अपने सिस्टम को दुरुस्त करना चाहिए। साथ ही संकट के समय किसानों का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा सरकार को किसानों की समस्या का स्थाई समाधान के उपाय तलाशने होंगे।
किसानों की हालत में सुधार को लेकर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि इसके लिए हमें प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की हालत सुधारने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों की हालत सुधारने के लिए कोल्ड स्टोरेज, रेफ्रिजरेटर वेन और गोदामों की संख्या में बढ़ोत्तरी करनी होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को सस्ते कर्ज की सुविधा उपलब्ध करानी होगी।
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और पंजाब सरकारों द्वारा किसानों के कर्जमाफी का फैसला लिया है। जहां बुधवार को घोषणा करते हुए कर्नाटक सरकार ने कहा था कि इस कर्जमाफी का लाभ केवल कोऑपरेटिव बैंक से लोन लेने वाले किसानों को मिलेगा। जिसके बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने बयान में कहा है कि कर्जमाफी आजकल फैशन बन गया है।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा राज्यों को खुद के बूते पर किसानों के कर्ज माफ करने के बयान के बाद अब केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने किसानों ने जख्मों को और हरा कर दिया है। ध्यान हो कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश में कर्जमाफी को लेकर किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया था। जहां प्रदर्शन के दौरान मंदसौर में छह किसानों की मौत हो गई थी।