पिछले कुछ वर्षों के दौरान पश्चिम बंगाल में रामनवमी जुलूसों को लेकर हिंसा की घटनाएं हुई हैं। 2023 में रामनवमी जुलूस को लेकर तीन जगहों से हिंसा हुई थीं। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इसकी जांच कर रही है।विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि रामनवमी पर छुट्टी घोषित नहीं करने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री की आलोचना की थी, इसीलिए यह निर्णय लिया गया है।
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता जो हर बार ‘जय श्रीराम’ के नारे सुनकर गुस्से से नीली हो जाती थीं, उन्होंने आखिरकार राज्य में रामनवमी को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। ”ममता ने अपनी हिंदू विरोधी छवि को सुधारने के लिए ऐसा किया है। हालांकि बहुत देर हो चुकी है… इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रामनवमी के जुलूस पर पथराव न हो।”