गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा, “राहुल गांधी बीजेपी शासित राज्यों से लोकसभा चुनाव लड़ने से झिझक रहे हैं। उन्होंने अपने पुराने दावे का भी खंडन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल मजबूती से बीजेपी के खिलाफ मैदान में खड़े हैं। गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा, “राहुल गांधी भाजपा शासित राज्यों में चुनाव लड़ने से क्यों हिचकिचा रहे हैं? वह भाजपा से लड़ने का दावा करते हैं, लेकिन उनकी हरकतें कुछ और ही संकेत देती हैं। भाजपा शासित राज्यों से क्यों भागे और अल्पसंख्यक बहुल राज्यों में क्यों शरण ली?” गुलाम ने यह बात उधमपुर लोकसभा सीट के संगलदान और उखराल इलाकों में रैली को संबोधित करते हुए कही।
चम्मच से दूध पीने वाले बच्चे हैं
गुलाम ने राहुल पर आरोप लगाते हुए कहा कि केरल जैसे राज्यों में सुरक्षित सीटों को प्राथमिकता देना क्या दर्शाता है? एक वक्त गांधी परिवार के करीबी रहे आजाद ने कहा कि राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला राजनेता नहीं बल्कि “चम्मच से दूध पीने वाले बच्चे” हैं। आजाद यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, “दोनों ने जीवन में कोई व्यक्तिगत बलिदान नहीं दिया है और वे केवल इंदिरा गांधी और शेख अब्दुल्ला जैसी हस्तियों से विरासत में मिली राजनीतिक विरासत का आनंद ले रहे हैं। दोनों ने अपनी ओर से कुछ नहीं किया है। अब्दुल्ला चिनाब घाटी में डीपीएपी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं, बीजेपी के खिलाफ नहीं। उन्हें धर्मनिरपेक्ष वोटों को विभाजित करने का काम सौंपा गया है। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया।”