टेक्निकल राइटिंग में करियर बनाएं, खूब है पैसा
Published: Jan 16, 2015 12:12:00 pm
तकनीकी जानकारी को अपने कस्टमर्स या क्लाइंट तक सरल भाषा में पहुंचाना ही टेक्निकल राइटिंग है।
जयपुर। इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इससे संबंधित क्षेत्र के अलावा मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर में पिछले कुछ वर्षो में बहुत तेजी से ग्रोथ हुई है। ऎसे में मार्केट में इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। ऎसे में इन प्रोडक्ट्स की तकनीकी जानकारी के बारे में अपने कस्टमर्स को बताने के लिए टेक्निकल राइटर्स की मांग में भी इजाफा हुआ है।
ये एक ऎसा कॅरियर है, जिसमें किसी खास क्वॉलिफिकेशन की जरूरत नहीं है। आज ये फील्ड युवाओं के सामने एक बेहतर कॅरियर विकल्प के रूप में सामने आया है। आइए जानते हैं इस फील्ड के बारे में-
मार्केट में मिलने वाले हर इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट के साथ एक मैनुअल भी मिलता है, जिसमें प्रोडक्ट के बारे में जानकारी होती है कि उसे कैसे इस्तेमाल करना है? उसमें क्या खूबियां हैं? कहां सावधानी बरतनी है आदि।
दरअसल, मैनुअल का मकसद ही होता है कस्टमर्स को टेक्नोलॉजी से अपडेट करना। आज अलग-अलग सेक्टर्स की कंपनियां टारगेट ऑडिएंस तक पहुंचने के लिए टेक्निकल राइटर्स की मदद ले रही हैं। पिछले कुछ समय में टेक्निकल राइटिंग एक बेहतर कॅरियर विकल्प के रूप में सामने आया है।
जानें टेक्निकल राइटिंग को
इसके तहत राइटर्स को तकनीकी जानकारियों को सरल व आसान भाषा में अपने क्लाइंट या टारगेट ऑडिएंस तक पहुंचाना होता है। इसके लिए उन्हें रिसर्च कर कॉन्सेप्ट तैयार करने, डिजाइनिंग से लेकर डॉक्यूमेंट क्रिएट करने तक की सारी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है। इन्हें प्रोडक्ट मैनुअल्स व वेबसाइट्स के लिए कंटेंट डेवलप करने से लेकर डॉक्यूमेंट कन्वर्ट करने, इन्स्टॉलेशन गाइड, ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स और एंड यूजर्स के लिए हेल्प फाइल्स तैयार करनी होती है।
क्यों चुनें करियर
इस फील्ड में अलग-अलग टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट्स, टूल्स व डोमेन्स पर काम करने का अवसर मिलता है। आप अपने इंट्रेस्ट की फील्ड में काम कर सकते हैं, जैसे- एडिटिंग, ग्राफिक्स, ट्रेनिंग या प्रोडक्ट एनालिसिस। यह एक डे-शिफ्ट जॉब है, जिसमें अच्छी सेलरी तो है ही, कॉम्पिटिशन भी ज्यादा नहीं है।
क्या हो क्वॉलिफिकेशन
टेक्निकल राइटिंग के लिए किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन जरूरी है। फील्ड की खासियत ही यही है कि इसमें कोई खास क्वॉलिफिकेशन की दरकार नहीं है। हां, टेक्निकल राइटर्स की साइंस व टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी के साथ-साथ इंग्लिश पर कमांड होना जरूरी है।
बेसिक स्किल्स
सक्सेस के लिए कैंडिडेट्स के पास कंप्यूटर की नॉलेज के साथ-साथ राइटिंग एबिलिटी होनी चाहिए। उन्हें अपने आइडियाज को ग्राफिक के जरिए प्रेजेंट करना आना चाहिए।
कैसी है आमदनी
इस फील्ड में शुरूआती सेलरी 2.75 से 3.2 लाख रूपये सालाना या फिर इससे भी ज्यादा हो सकती है।
कहां हैं अवसर
इस फील्ड में आपको आईटी, एजुकेशन, मेडिकल, फाइनेंस, गवर्नमेंट, हर लेवल पर काम करने का मौका मिलेगा। मैन्युफैक्चरिंग, पब्लिशिंग, टेलीकम्युनिकेशन, लॉ, टूरिज्म इंडस्ट्री में भी टेक्निकल राइटर्स की अच्छी डिमांड है।
इन दिनों बायोइंफॉर्मेटिक्स, क्लीनिकल रिसर्च, पेटेंट राइटिंग, रिसर्च में भी टेक्निकल राइटर्स की मदद ली जा रही है। इस फील्ड में एसोसिएट टेक्निकल राइटर के तौर पर कॅरियर की शुरूआत होती है। 4-5 साल के अनुभव के बाद आप टीम लीडर की भूमिका में आ सकते हैं।
वहीं, 7 साल से ज्यादा का अनुभव होने पर डॉक्युमेंटेशन मैनेजर या प्रोडक्ट एनालिस्ट के तौर पर भी काम कर सकते हैं। अगर आपका टेक्निकल बैकग्राउंड है, तो सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट बन सकते हैं। चाहें तो फ्रीलांसर के रूप में भी काम कर सकते हैं।