घूमने के बहाने बोलेरो बुक कराकर उसके चालक को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। इधर जब कई दिनों तक चालक वापस घर नहीं लौटा तो उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई परिजनों द्वारा। छानबीन में जब पुलिस को कुछ चौंकाने वाले तथ्य हाथ लगे और कड़ी से कड़ी जोड़ी गई तो खाकी के भी होश उड़ गए।
इलाहाबाद से बुक की गई बोलेरो
घटना के तार इलाहाबाद और चित्रकूट से जुड़े हैं। इलाहाबाद के कौंधियारा थाना क्षेत्र निवासी रामसूरत(24) अपनी खुद की बोलेरो चलाता था और उसे बुकिंग में भी ले जाता था। घटना की जानकारी के मुताबिक बीती 29 मार्च को कुछ लोगों ने रामसूरत की बोलेरो घूमने के लिए बुक कराई। डील होने पर वह उक्त लोगों के साथ बुकिंग पर चला गया। यहीं से शुरू हो गई साजिश को अंजाम देने की साजिश।
वापस न लौटने पर परिजनों को हुई चिंता
दो दिन तक वापस घर न लौटने व मोबाईल से भी बात न होने पर रामसूरत के परिजनों को चिंता व किसी अनहोनी की आशंका हुई तो उन्होंने कौंधियारा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। हरकत में आई पुलिस ने रामसूरत के मोबाईल नम्बर को सर्विलांस पर लगा दिया और फिर चौंकाने वाली बात सामने आई।
सर्विलांस के जरिए वारदात का पर्दाफाश
रामसूरत के मोबाईल नम्बर को सर्विलांस पर लगाने के बाद पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवाई और जिस दिन उसने बोलेरो बुकिंग के लिए जिनसे बात की थी उन्हें ट्रेस किया गया। शक के आधार पर खाकी ने कौंधियारा थाना क्षेत्र के ही सजंय को उठा लिया और कड़ाई से पूछताछ में दिल दहला देने वाली कहानी सामने आई। पुलिस की गिरफ्त में आए अजय ने बताया कि 29 मार्च को उसने चित्रकूट घूमने के लिए रामसूरत की बोलेरो बुक कराई थी। जबकि उसकी नियत और कुछ थी। अपने दो अन्य दोस्तों के साथ वह चित्रकूट के लिए निकल पड़ा। साजिश के मुताबिक चित्रकूट पहुंचने पर रैपुरा थाना क्षेत्र के इटवा गांव के पास अपने बहनोई मिथलेश को लेने के लिए बोलेरो रुकवाई गई। साजिश को अंजाम देते हुए सभी बोलेरो चालक को इटवा गांव के जंगल ले गए और उसकी बेरहमी से गला दबाकर और पत्थर से वार कर हत्या कर दी। बोलेरो चालक को मौत की नींद सुलाने के बाद उसकी लाश को पहाड़ में पत्थरों के नीचे दबा दिया गया।
बोलेरो चोरी की थी योजना
ये सारी साजिश बोलेरो चोरी के लिए रची गई थी। हाल फ़िलहाल पुलिस पूछताछ में अभी तक यही सामने आया है। कौंधियार थाना पुलिस ने कुछ दिन पहले इलाहाबाद के सैदाबाद इलाके से रामसूरत की बोलेरो को लावारिश हालत में बरामद किया था ।
निशानदेही पर शव बरामद
कौंधियारा थाना पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्त सजंय की निशानदेही पर चित्रकूट के रैपुरा थाने की पुलिस से संपर्क साधा और उक्त थाना क्षेत्र के मिथलेश नाम के युवक के बारे में साजिश में शामिल होने की जानकारी दी। घटना की जानकारी होने पर रैपुरा थाना पुलिस ने मिथलेश को हिरासत में लिया और कड़ाई से तस्दीक की तो मृतक रामसूरत की लाश का ठिकाना पता चला। लाश को इटवा जंगल के पहाड़ पर बोरे में भरकर छिपा दिया गया था। लगभग 15 दिन बीतने के बाद लाश लगभग सड़ गई थी और कंकाल ही बचा था। थानाध्यक्ष रैपुरा के मुताबिक मृतक तीन भाइयों में दूसरे नम्बर पर था उसकी अभी शादी नहीं हुई थी। परिजनों ने रामसूरत के शव की शिनाख़्त की।