वहीं, विपक्ष ने रक्षा मंत्री के इस बयान की कड़ी निंदा की है। पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि इस तरह के बयान से सेना का मनोबल टूटता है।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महात्मा गांधी के गांव के हैं जबकि वो खुद गोवा से और फिर सर्जिकल स्ट्राइक का यह समीकरण काफी अलग है, लेकिन शायद इस पर सामंजस्य का मुख्य आधार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शिक्षा थी।
रक्षा मंत्री यहां पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए सीजफायर उल्लंघन पर बोल रहे थे। इसमें एक भारतीय जवान के मारे जाने के बाद रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। पर्रिकर ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में सैकड़ों बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है, आंकड़ें देख लीजिए। अंतर सिर्फ इतना है कि अब अगर वे ऐसा करते हैं तो हम उन्हें करारा जवाब देते हैं।
गौरतलब है कि कल पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू कश्मीर में एलओसी से सटे नौशहरा और राजौरी में गोलाबारी की थी। इसमें एक जवान की मौत हो गई थी।