मनोहर पर्रिकर ने कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा देश की सुरक्षा के साथ समझौता करने के अपने पुराने बयान को दोहराते हुए परोक्ष रूप से मनमोहन सिंह पर उंगली उठाई है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा देश की सुरक्षा के साथ समझौता करने के अपने पुराने बयान को एक बार फिर दोहराते हुए परोक्ष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह पर उंगली उठाई है।
पर्रिकर ने एक प्रकाशित साक्षात्कार में कहा कि अगर आप कांग्रेस के पिछले दस साल के शासन को देखें तो आपको खुद ही इस सवाल का उत्तर मिल जाएगा।
रक्षा मंत्री ने पिछले महीने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया था। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था।
रक्षा मंत्री ने ‘द वीकÓ को दिए साक्षात्कार में कहा, डीप एसेट्स के बारे में मैंने जो कुछ कहा था उसका ताल्लुक देश की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों से था।
मनमोहन सिंह का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि अगर आप कांग्रेस के पिछले दस साल के शासन को देखें तो आपको खुद ब खुद पता चल जाएगा। मुझे किसी चीज को विशेष तौर पर बताने की जरूरत नहीं है। इसे पूरे संदर्भ में लिया जाना चाहिए।
पर्रिकर ने एक हिंदी साप्ताहिक को दिए साक्षात्कार के बारे में कहा कि यह किसी विशेष मुद्दे पर बयान नहीं था बल्कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक विस्तृत टिप्पणी थी। अगर लोग इसे आजादी के बाद के पिछले 66 साल के इतिहास के संदर्भ में देखें तो वे खुद आकलन कर सकते हैं।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जब पर्रिकर ने यह बयान दिया तो उन्हें शर्म अल शेख की कूटनीतिक नाकामी का ख्याल रहा होगा। जुलाई 2009 में शर्म अल शेख में पाकिस्तान के सामने कथित तौर पर आत्मसमर्पण करने पर मनमोहन सिंह को कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी।