आरबीआई ने इस सवाल का जवाब देने से भी इनकार कर दिया कि नोटबंदी के बाद आम नागरिकों से कितनी शिकायतें प्राप्त हुई और अब तक कितने नोट वापस आरबीआई में जमा नहीं हुए। निर्दिष्ट बैंक नोट (देयताओं की समाप्ति) अध्यादेश 2016 की धारा 5 के तहत किसी निर्दिष्ट बैंक नोट को जान-बूझकर अथवा स्वच्छा से रखना अपराध है, लेकिन ऐसे एक भी प्रकरण की जानकारी आरबीआई के पास नहीं है।
आरबीआई की पारदर्शिता के हाल पर सवाल प्रश्न. नोटबंदी से पहले 500 व 1000 रुपए के कितने नोट जारी किए गए थे? उत्तर. यह सूचना देने में उपलब्ध संसाधनों को अत्यधिक मात्रा में लगाना पड़ेगा।
प्रश्न. नोटबंदी के बाद 500 व 1000 के कितने नोट जमा हुए ? 31 दिसम्बर, 2016 के बाद 31 मार्च, 2017 तक आरबीआई के 5 ऑफिस में कितने नोट जमा हुए? 31 मार्च, के बाद कितने नोट जमा नहीं हुए?
उत्तर. आंकड़े मिलान के अधीन हैं। प्रश्न – पीएम मोदी की सार्वजनिक घोषणा के बावजूद आरबीआई ने 30 दिसम्बर के बाद आम नागरिकों को पुराने नोट जमा करवाने का अवसर क्यों नहीं दिया?
उत्तर – यह सूचना नहीं है। प्रश्न – पुराने नोटों को लेकर आरबीआई को देशभर से कितनी शिकायतें प्राप्त हुई? उत्तर – यह सूचना उपलब्ध नहीं है और एकत्र करने में स्रोत अनुपातिक रूप से विचलित होंगे।
प्रश्न. 31 दिसम्बर के बाद पुराने नोट रखना अपराध है, आरबीआई के पास ऐसे कितने मामले सामने आए? उत्तर. वांछित सूचना उपलब्ध नहीं है।