ई-मेल में बताया गया था कि एक महिला ने छह लड़कों को मुंबई, हैदराबाद और चेन्नई से एक साथ विमानों के अपहरण करने के बारे में बात करते सुना।
हवाई सफर के लिए नहीं होगी दस्तावेजों की जरूरत, अंगूठे से होगी पहचान, कानून से बचकर भागना नहीं होगा आसान सीआईएसएफ ने बताया कि ई-मेल फर्जी भी हो सकता है लेकिन कोई जोखिम न लेते हुए बोर्डिंग से पहले की सुरक्षा जांच बढ़ा दी गई है। किसी भी खतरे से निपटने की योजना लागू कर दी गई है और सुरक्षा से संबंधित सभी पक्षों के साथ बैठक की जा चुकी है।
अमरीकी एयरपोर्ट पर नहीं होगी 2,000 वीआईपी भारतीयों की जांच! सूत्रों ने बताया कि ई-मेल में विमान अपहरण की योजना में 23 लोगों के शामिल होने की बात कहीं गई है। तीनों हवाई अड्डों ने हाई अलर्ट पर होने की पुष्टि की है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि अतिरिक्त सुरक्षा जांच के मद्देनजर वे हवाई अड्डे के लिए थोड़ा पहले निकले।