उलहासनगर में 20 साल की युवती ने इसलिए सुसाइड कर लिया क्योंकि वह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को सहन नहीं कर पाई।
उलहासनगर में 20 साल की युवती ने इसलिए सुसाइड कर लिया क्योंकि वह पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को सहन नहीं कर पाई। घर पर जब कोई नहीं था, तब युवती ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला। लेकिन परिवार वालों का कहना है कि पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द उससे सहन नहीं हो रहा था, इसलिए सुसाइड कर लिया। घटना मुंबई के शिवाजी नगर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले उलहासनगर की है।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सोनल गावेर्नर नाम की यह युवती एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी। उसने घर की खराब आर्थिक स्थिति की वजह से स्कूल छोड़ दिया था। उसकी मां एक घरेलू नौकरानी के तौर पर काम करती हैं। जब सोनल ने फांसी लगाई तो उसकी मां और बहन एक धार्मिक समारोह में गई हुई थीं। उनके लौटने पर सोनल की बहन ने गेट खुलवाने के लिए उसे आवाज लगाई, लेकिन उसने गेट नहीं खोला। जब उसकी बहन ने गेट को धक्का मारा तो गेट खुला हुआ था। कमरे में अंदर जाने पर उन्होंने देखा कि सोनल फंदे से झूल रही थी। उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के मुताबिक पीडि़ता की मां ने बताया कि बताया कि युवती के पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती थी, जिसकी वजह से वह डिप्रेशन में चली जाती थी। पड़ोसियों और परिवार के अन्य सदस्यों के बयानों के मुताबिक सोनल ने डिप्रेशन की वजह से सुसाइड किया है।